कानपुर: निकाय चुनाव को लेकर भले ही अभी मामला कोर्ट में विचाराधीन हो, लेकिन शहर के 110 वार्डों में अधिक से अधिक सीटों पर कमल खिलाने और विपक्ष को स्नातक चुनाव की तर्ज पर करारा जवाब देने के लिए भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रदेश नेतृत्व से निकाय चुनाव की तैयारियों का संकेत मिलते ही भाजपा उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने अपनी पूरी टीम को टास्क दे दिया है. उन्होंने कहा है कि हर वर्ग के पास पहुंचना है, योगी-मोदी सरकार की उपलब्धियां बतानी हैं और संगठन को सशक्त बनाना है. अगर संगठन सशक्त होगा तो हम निश्चित तौर पर चुनाव जीतेंगे.
31 मार्च के बाद आएगा फैसला: भाजपा उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने कहा कि निकाय चुनाव में अभी आरक्षण की तस्वीर साफ नहीं हुई है. इसी मुद्दे पर मामला कोर्ट तक पहुंचा और फिर आयोग का गठन किया गया. हालांकि अंदरखाने इस बात की चर्चा है कि आयोग के सदस्य 31 मार्च तक अपनी रिपोर्ट तैयार कर लेंगे और उसे सरकार की ओर से कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा. इसके बाद 31 मार्च या उसके बाद कोर्ट फैसला सुना सकती है. उन्होंने कहा, कि ऐसा प्रतीत होता है कि 31 मार्च तक कोर्ट का निर्णय आ जाएगा. इसलिए हम 31 मार्च तक निकाय चुनाव को लेकर अपनी सारी तैयारियां भी पूरी कर लेंगे.
आरक्षण पर निर्भर करेगी पार्षदों की टिकट: संगठन ने टिकट वितरण को लेकर जो भी प्लान तैयार किया हो लेकिन एक बात साफ है कि आरक्षण की जो तस्वीर सामने आएगी पार्षदों की टिकट काफी हद तक उस पर ही निर्भर होगा. अब, देखना यह होगा कि आरक्षण की व्यवस्था लागू होने के बाद शहर के कितने वार्डों में टिकट बदली जाएगी.
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