कानपुर: शहर के उद्यमियों ने हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव उद्योग विभाग को देकर स्पष्ट कर दिया है कि वह अपना उद्यम स्थापित करने के लिए हमेशा तैयार हैं. अब, जब निवेश प्रस्ताव आ गए तो विभागीय अफसरों के सामने उद्यमियों को जमीन मुहैया कराना एक अहम चुनौती बनी हुई है. हालांकि, जब यह जानकारी शासन तक पहुंची तो उद्योग विभाग की ओर से पहले चरण में सूबे के सभी 75 जिलों में प्लेज पार्क बनाने का फैसला किया गया है. इस प्लेज पार्क का फायदा कानपुर के उद्यमियों को भी मिलेगा. इसके लिए उद्योग विभाग के अफसरों ने कवायद शुरू कर दी है.
क्या है प्लेज पार्क, कैसे होगा उद्यमियों के लिए मददगार: इस पूरे मामले पर उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में पहली बार बनने वाले इस प्लेज पार्क में निजी विकासकर्ता उद्यमियों के लिए न्यूनतम 10 से लेकर अधिकतम 50 एकड़ तक जमीन मुहैया कराएंगे. इसमें डीएम सर्किल रेट का 90 प्रतिशत यानी अधिकतम 50 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर पर जो ऋण मिलेगा, उस पर एक प्रतिशत ब्याज लगेगा. वहीं, इस पार्क को पूरा करने में निजी विकासकर्ताओं को तीन साल का समय मिलेगा. जबकि, चौथे-पांचवें और छठवें साल में उद्यमियों को ऋण वापस करना होगा.
एमएसएमई संचालकों के लिए बहार: उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि प्लेज पार्क बनने से उद्यमियों को कई सहूलियतें मिलेंगी. पहला तो उद्यमी विभाग की तमाम सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं. दूसरा, वह उद्यम स्थापना के लिए लोन ले सकते हैं. इसके साथ ही तैयारी है कि शहर के साढ़, नर्वल समेत आउटर एरिया में एक से दो पार्कों को बनवाएं जाए.
एक नजर शहर की औद्योगिक इकाइयों के आंकड़ों पर:
- शहर में अब तक कुल 70089 औद्योगिक इकाइयों का संचालन शुरू हुआ.
- पिछले साल की तुलना में एक साल में 15399 नई इकाइयों का संचालन शुरू हुआ.
- इन इकाइयों में कुल 2,43,967 श्रमिक कार्यरत हैं.
ये भी पढ़ेंः जल परिवहन प्राधिकरण के सामने नदियों में पानी की मात्रा बढ़ाना चुनौती, लंबाई के मामले में यूपी का नंबर दूसरा