कानपुर: उत्तर प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले लागतार सामने आते रहते हैं. वहीं पुलिस द्वारा साइबर क्राइम करने वाले शातिरों पर भी कार्रवाई की जाती रहती है. ताजा माला कानपुर जिले का है, जहां पुलिस ने साइबर क्राइम के जरिये करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले 2 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, साइबर क्राइम के जरिये करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले 2 आरोपियों को कानपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस गैंग के सदस्य कानपुर के अलावा गुड़गांव में करोड़ों रुपये का फ्रॉड कर चुके हैं, जिसमें से 3 आरोपी गुड़गांव में पहले से ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं. बाकी इस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.
कानपुर क्राइम ब्रांच के डीसीपी सलमान ताज ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि स्वरूप नगर में एक पीड़ित व्यक्ति से एलईडी टीवी और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण के नाम पर फर्जी तरीके से पैसा लिया गया था. इस गैंग के सदस्य जानी मानी कंपनी के उपकरण बेचने का दावा करते थे. पीड़ित का कहना है कि यह लोग जानी मानी कंपनी का नाम बताकर बैंक आकउंट नंबर अपना देते थे.
कानपुर क्राइम ब्रांच के डीसीपी सलमान ताज ने बताया कि आरोपियों ने कानपुर में 50 हजार रुपये का फ्रॉड किया है, जबकि गुड़गांव में कार बेचने वाली कंपनी के नाम पर फ्रॉड करके 4 करोड़ की ठगी की है. उनका कहना है कि इस गैंग के 5 सदस्य अभी तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं और 3 सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी जल्द ही कर ली जाएगी.
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बता दें कि शुक्रवार 13 अगस्त को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ कमिश्नरेट की वजीरगंज पुलिस और गोमती नगर पुलिस ने ऐसे शातिर जालसाजों के गैंग का भंडाफोड़ किया था, जो लोगों को कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से लाखों-कारोड़ों रुपये की ठगी का शिकार बनाते थे. गोमती नगर पुलिस ने धोखाधड़ी कर एक करोड़ 20 लाख रुपये हड़पने वाले जालसाज को गिरफ्तार किया था तो वहीं वजीरगंज पुलिस ने भी दो जालसाजों को गिरफ्तार किया था.