कानपुरः कानपुर के गंगागंज में रहकर कोचिंग पढ़ रहे छात्र को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया. परिजनों ने पनकी पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने तत्काल कई टीमें बनाकर छात्र को बदमाशों के चंगुल से छुड़ाने के प्रयास शुरू कर दिए. छात्र को बांदा से मुक्त करा लिया गया. दो अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जबकि चार अपहरणकर्ता भाग निकले.
सचेंडी निवासी दीपेंद्र सिंह का बेटा वैभव (15) सुंदर नगर स्थित महिंद्रा क्लासेज में पढ़ने गया था. शाम को जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने तेजी दिखाते हुए छात्र को तलाशना शुरू कर दिया. जांच के दौरान पुलिस को कुछ सुराग मिले.
पता चला कि कार से कुछ लोग आए थे. पुलिस ने जब उस कार के बारे में पता लगाया तो पता चला कि वह कार दीपेंद्र के रिश्तेदार की है. पुलिस को वैभव की लोकेशन बांदा के आसपास मिली. इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने छात्र को सकुशल बरामद कर लिया. दो अभियुक्तों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
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अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला है कि दीपेंद्र ने हाल में ही अपनी जमीन लगभग 2 करोड़ में बेची थी. इसकी जानकारी गांव के अन्य लोगों को हो गई. गांव के ही उदयभान ने वैभव का अपहरण कर फिरौती वसूलने की योजना बना डाली.
इसके लिए उसने दोस्त आकाश का सहारा लिया. वैभव को उन्होंने पार्टी का झांसा देकर गाड़ी में बैठा लिया. इसके बाद उसे बांदा ले गए. 12 घंटे में ही पुलिस ने पूरी लोकेशन तलाश ली और छात्र को बरामद कर लिया. छात्र को सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.
पुलिस के मुताबिक इस अपहरण कांड को अंजाम देने में छह लोगों की भूमिका पता चली है. 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना थी. दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. चार की तलाश चल रही है. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.