कानपुर: पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा के वायरल पत्र के मामले में मगंलवार को उनके परिजनों का बयान दर्ज किया गया. लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने शहीद के परिजनों का बयान दर्ज किया. वह पहले बिल्लौर में सीओ के कार्यालय और थाना चौबेपुर में फाइलों की जांच की. इसके बाद परिजनों का बयान दर्ज करने शहीद के घर पहुंची.
शहीद सीओ का सोमवार से ही एक पत्र वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और चौबेपुर थाना के इंस्पेक्टर विनय तिवारी की मिली भगत को लेकर तत्कालीन एसएसपी कानपुर आनंद देव को पत्र लिखा था.
पत्र वायरल होने के बाद जिले के पुलिस आलाधिकारियों ने जांच की, तो किसी भी कार्यालय में वायरल पत्र का कोई रिकार्ड नहीं मिला. इसके बाद मामले की जांच करने लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह कानपुर पहुंची. वह शहीद सीईओ देवेंद्र मिश्रा के परिजनों से मिलने पहुंची. वहां पर करीब 2 घंटे पड़ताल और परिजनों का बयान दर्ज किया.
दरअसल, शहीद सीओ के परिजनों ने वायरल पत्र को सरकारी पत्र बताया था. शहीद की बेटी ने बताया था कि यह पत्र उनको अपने शहीद पिता के ब्रीफकेस से मिला था. वहीं इस मामले में सोमवार को कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा था कि काफी जांच-पड़ताल के बाद भी सीओ के वायरल होने वाले पत्र का कोई रिकार्ड नहीं मिला है. पहले इस मामले की जांच एडीजी जयनारायण को दी गई थी. बाद में उनके स्थान पर लक्ष्मी सिंह जांच करने पहुंची.
आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि वह शहीद सीओ के परिजनों को सांत्वना देने आई हैं. वायरल पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि इस मामले में बोलने के लिए वह अधिकृत नहीं है, जबकि शहीद के परिजनों ने बताया कि वह बात कर लिखित में बयान और दस्तावेज लेकर गई हैं.