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कानपुर: संजीत के पीड़ित परिवार को डीएम और एसएसपी ने बंधाया ढांढस - ssp and dm meets sanjit yadav victims family

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में संजीत यादव अपहरण हत्याकांड मामले में शुक्रवार को डीएम और एसएसपी ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर ढांढस बंधाया.

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पीड़ित परिवार के घर पहुंचे डीएम.
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Published : Jul 25, 2020, 3:25 PM IST

कानपुर: जिले के बर्रा थाने क्षेत्र हुए संजीत यादव अपहरण हत्याकांड मामले में पीड़ित परिवार से डीएम और एसएसपी मिलने पहुंचे. डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी व एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया.

पीड़ित परिवार के घर पहुंचे डीएम.


परिजनों को बंधाया ढांढस
आपको बताते चलें कि जब से पीड़ित परिवार को संजीत के मर्डर के बारे में जानकारी हुई है, तब से पूरे परिवार में शोक की लहर है. साथ ही परिवार सहित पूरा मोहल्ला सड़कों पर उतर आया है. वहीं आपको बताते चलें कि पीड़ित परिवार के घर लगातार नेताओं सहित आला अधिकारियों का भी आना शुरू हो गया है. इसी क्रम में कानपुर एसएसपी और कानपुर डीएम पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाते नजर आए.

जानें पूरा मामला
जिले के बर्रा थाना क्षेत्र में हुए अपहरण मामले में 32 दिन बाद खुलासा हुआ. दरअसल, बर्रा थाना पुलिस को चकमा देकर शातिर अपहरणकर्ता फिरौती के 30 लाख रुपये लेकर फरार हो गए और युवक को भी नहीं छोड़ा. 22 जून को पैथोलॉजी में कार्यरत संजीत यादव का घर आते समय अपहरण हो गया था, जिसके बाद संजीत को छोड़ने के लिए परिजनों को फिरौती की रकम के साथ कानपुर के गुजैनी फ्लाईओवर के ऊपर बुलाया था.

परिजन जब फ्लाईओवर पर पहुंचे तो पुलिस भी उनके पीछे-पीछे अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए लगी थी. अपहरणकर्ता के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरे बैग को फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया, जब तक पुलिस उन्हें पकड़ती, तब तक अपहरणकर्ता पैसे लेकर फरार हो गए. पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकी.

बीती गुरुवार रात करीब 2:30 बजे कानपुर एसएसपी ने वीडियो जारी करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि संजीत यादव के दोस्तों ने ही उसका अपहरण किया था और बाद में मर्डर कर दिया. साथ ही उनकी बॉडी को पनकी नहर में बीती 26 जून को फेंक दिया था, लेकिन बॉडी का अभी कुछ भी नहीं पता चल सका है. पीड़ित परिवार संजीत के शव की मांग कर रही है. परिजनों का कहना है कि उन्हें उनका लड़का तो जिंदा नहीं मिला, लेकिन उन्हें उसका शव दे दिया जाय.

कानपुर: जिले के बर्रा थाने क्षेत्र हुए संजीत यादव अपहरण हत्याकांड मामले में पीड़ित परिवार से डीएम और एसएसपी मिलने पहुंचे. डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी व एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनका ढांढस बंधाया.

पीड़ित परिवार के घर पहुंचे डीएम.


परिजनों को बंधाया ढांढस
आपको बताते चलें कि जब से पीड़ित परिवार को संजीत के मर्डर के बारे में जानकारी हुई है, तब से पूरे परिवार में शोक की लहर है. साथ ही परिवार सहित पूरा मोहल्ला सड़कों पर उतर आया है. वहीं आपको बताते चलें कि पीड़ित परिवार के घर लगातार नेताओं सहित आला अधिकारियों का भी आना शुरू हो गया है. इसी क्रम में कानपुर एसएसपी और कानपुर डीएम पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाते नजर आए.

जानें पूरा मामला
जिले के बर्रा थाना क्षेत्र में हुए अपहरण मामले में 32 दिन बाद खुलासा हुआ. दरअसल, बर्रा थाना पुलिस को चकमा देकर शातिर अपहरणकर्ता फिरौती के 30 लाख रुपये लेकर फरार हो गए और युवक को भी नहीं छोड़ा. 22 जून को पैथोलॉजी में कार्यरत संजीत यादव का घर आते समय अपहरण हो गया था, जिसके बाद संजीत को छोड़ने के लिए परिजनों को फिरौती की रकम के साथ कानपुर के गुजैनी फ्लाईओवर के ऊपर बुलाया था.

परिजन जब फ्लाईओवर पर पहुंचे तो पुलिस भी उनके पीछे-पीछे अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए लगी थी. अपहरणकर्ता के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरे बैग को फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया, जब तक पुलिस उन्हें पकड़ती, तब तक अपहरणकर्ता पैसे लेकर फरार हो गए. पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकी.

बीती गुरुवार रात करीब 2:30 बजे कानपुर एसएसपी ने वीडियो जारी करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि संजीत यादव के दोस्तों ने ही उसका अपहरण किया था और बाद में मर्डर कर दिया. साथ ही उनकी बॉडी को पनकी नहर में बीती 26 जून को फेंक दिया था, लेकिन बॉडी का अभी कुछ भी नहीं पता चल सका है. पीड़ित परिवार संजीत के शव की मांग कर रही है. परिजनों का कहना है कि उन्हें उनका लड़का तो जिंदा नहीं मिला, लेकिन उन्हें उसका शव दे दिया जाय.

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