कानपुर: या तो अमिताभ बाजपेई जेल जाएंगे या दुनिया छोड़ जाएंगे... अब ये न सोचना कि इस मामले को आप हल्के में निपटा देंगे. ये मामला इंतहा तक जाएगा. शहर की आर्यनगर सीट से सपा विधायक ने आक्रोश में यह बातें नगर निगम अफसरों से उस समय कहीं, जब परेड मैदान से दुकानदारों को बाहर किया जा रहा था. सोमवार दोपहर को जैसे ही इस मामले की जानकारी सपा विधायक अमिताभ बाजपेई को मिली तो वह फौरन ही परेड मैदान पहुंच गए. जहां एक ओर नगर निगम के अफसर प्रवर्तन दस्ता लेकर मौजूद थे तो वहीं दूसरी ओर सपा विधायक दुकानदारों के साथ खड़े थे.
नगर निगम अफसरों ने कहा, मैदान में पाथवे बनना है, इसलिए 10-12 फीट जगह छोड़नी होगी, इस वजह से दुकानें नहीं लग पाएंगी. विधायक अमिताभ इतना सुनते ही उखड़ गए और कहा कि जो दुकानदार सैकड़ों साल से दुकानें लगा रहे हैं वह मैदान से नहीं हटेंगे. आरोप है कि जब अफसरों से कहासुनी हो रही थी तभी नगर निगम के सुरक्षाकर्मी ने अपनी निजी पिस्टल उनकी ओर निकाल दी. फौरन ही विधायक ने भी अपने सुरक्षाकर्मियों को मौके पर बुला लिया. मामला बढ़ा तो एसीपी कोतवाली रंजीत कुमार भी कई थानों की फोर्स लेकर परेड मैदान पर पहुंच गए. जब एसीपी और विधायक के बीच बातचीत हुई तब जाकर मामला शांत हुआ.
इसे भी पढ़ें-कानपुर नगर निगम को मिले 100 करोड़ रुपये, पुरानी और नई सड़कों का होगा निर्माण
नगर निगम जोन 1 प्रभारी विद्यासागर ने बताया कि परेड मैदान में पाथवे बनना है, इसके लिए दुकानदारों को हटाया जा रहा है. पूरे मामले की जानकारी नगर आयुक्त को दे दी है. अब वह मंगलवार को इस मामले पर फैसला करेंगे. सुरक्षाकर्मियों द्वारा पिस्टल निकालने का आरोप गलत है. वहीं, सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी का कहना है किजो दुकानदार पिछले कई पीढ़ियों से अपनी दुकानें लगाते आ रहे हैं, उन्हें हटाने का अधिकार नहीं है. सुरक्षाकर्मी ने अपनी निजी पिस्टल मुझे दिखाई. यह रवैया गलत है. इस मामले की जानकारी नगर आयुक्त को देंगे.