कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के नजीराबाद थाना क्षेत्र स्थित रामकृष्ण नगर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. इस मामले ने पुलिस को भी हिला दिया. पुलिस को सूचना मिली कि एक मां-बेटे की एक साथ मौत हो गई. फिर क्या था, पहले तो नजीराबाद थाना प्रभारी कौशलेंद्र प्रताप सिंह पूरी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. जिस घर का मामला था, उसका गेट पूरी तरह बंद था. जैसे-तैसे पुलिसकर्मी जब गेट तोड़कर अंदर घुसे तो 25 वर्षीय निखिल फांसी के फंदे पर झूल रहा था, तो वहीं 55 वर्षीय उसकी मां राजकुमारी का शव कमरे में पड़ा था.
थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए, आला अफसरों को सूचना दी. फौरन ही डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार मौके पर पहुंचे. उसके बाद जांच-पड़ताल शुरू हुई. हालांकि काफी देर तक पुलिस इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में उलझी रही कि पहले मां की मौत हुई या बेटे की. थाना प्रभारी कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि निखिल कंप्यूटर का काम करता था. प्रथम दृष्टया इस घटना के दो मुख्य कारण लग रहे हैं. निखिल ने अगर किसी वजह से आत्महत्या की, तो मां की मौत सदमे के चलते हो गई. अगर, निखिल का कोई मां से विवाद हुआ और उसने अपनी मां की हत्या कर दी, उसके बाद पकड़े जाने के डर से फांसी लगा ली. हालांकि, अब पूरे मामले पर फोरेंसिक टीम व अन्य एक्सपर्ट जो रिपोर्ट तैयार करेंगे, उससे ही इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हो सकेगा.
कई मोहल्लोें में मां-बेटे का शव मिलने के बाद फैली सनसनी: जैसे ही आरके नगर के लोगों को एक साथ मां-बेटे की मौत की जानकारी मिली थी, तो वह सकपका गए। सभी एक दूसरे से पूछ रहे थे, कि आखिर ये कैसे हो सकता है, कि मां-बेटे की मौत इस तरह से हो जाए. जबकि पुलिसकर्मियों के बीच यह चर्चा हो रही थी कि जब घर पूरी तरह से बंद रहता है तो मां की मौत की वजह निखिल खुद था क्या? हालांकि अब पुलिसकर्मियों के लिए इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा एक बड़ी चुनौती साबित होगा.