कानपुर: जनपद के चर्चित बिकरू कांड में पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में चश्मदीद गवाह बिठूर एसओ कौशलेंद्र सिंह बने हैं. बिकरू कांड के दौरान एसओ कौशलेंद्र सिंह की आंखों के सामने ही टॉयलेट में छिपे पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
दरअसल, कोर्ट में अब चार्जशीट दाखिल की गई है. इसके बाद मामले में कई खुलासे हो रहे हैं. वहीं कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में यह भी खुलासा हुआ है कि एसओ बिठूर की आंखों के सामने ही यह पूरा घटनाक्रम हुआ था. वहीं एसओ को भी इस कांड में गोली लगी थी. फिलहाल पुलिस ने एसओ बिठूर कौशलेंद्र सिंह को इस घटना का पहला चश्मदीद गवाह बनाया है.
![बदमाश अमर दुबे की शादी में गैंगस्टर विकास दुबे.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9153712_thumbnail2.jpeg)
पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में एसओ ने पूरी घटना के बारे में जानकारी दी. साथ ही इस मामले का भी खुलासा किया कि वहां (बिकरू कांड) छत से चारों तरफ गोलियां चल रही थीं. इसी कारण वे (कौशलेंद्र सिंह) पुलिसकर्मियों को बचा नहीं पाए. फायरिंग में उन्हें भी गोली लगी और विकास का मामा उनकी पिस्टल भी लूट कर भाग गया था. फिलहाल इस मामले में थानेदार को चश्मदीद गवाह बनाया गया है.
एसओ कौशलेंद्र सिंह के मुताबिक, गोलियां चलने के दौरान पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने के लिए टॉयलेट में घुसे थे. यह टॉयलेट विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडे के घर के बगल में खाली जमीन पर बना हुआ था. एसओ विकास दुबे की कोठी की तरफ आड़ में थे. बयान के अनुसार, एसओ की आंखों के सामने विकास दुबे, अमर दुबे, राम सिंह यादव, अतुल दुबे, प्रभात मिश्रा, जिलेदार शिवम दुबे, दलाल, प्रेम प्रकाश पांडे, प्रवीण विकास और प्रभात ने टॉयलेट में छुपे पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
![गैंगस्टर विकास दुबे.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9153712_thumbnail.jpeg)
गौरतलब है कि 2 जुलाई को दबिश देने गई पुलिस टीम पर एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने साथियों सहित पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. इसमें डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. वहीं पुलिस ने बाद में जवाबी कार्रवाई करते हुए विकास दुबे और उसके 5 साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. वहीं अब तक इस मामले में 34 आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.