कानपुर: जिस तरह डिजिटल दुनिया में रहते हुए हम अपने स्मार्टफोन से हर छोटी से छोटी जानकारी पल भर में हासिल कर लेते हैं, चंद पलों में क्रिएटिविटी का लुत्फ उठा लेते हैं. ठीक वैसे ही अब छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के छात्र-छात्राएं पेन और पेपर के बजाए कंप्यूटर व ऑडियो विजुअल उपकरणों की मदद से अपनी पढ़ाई करेंगे. सीएसजेएमयू में अब हर क्लास स्मार्ट क्लास जैसी होगी.
विश्वविद्यालय के लगभग 50 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कुल 180 में से 137 कक्षाओं को स्मार्ट क्लास में बदल दिया गया और लगातार यह सिलसिला जारी है. सूबे के 20 से अधिक विश्वविद्यालय में सीएसजेएमयू पहला ऐसा विश्वविद्यालय बना है, जहां छात्र स्मार्ट ढंग से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे. यानी विश्वविद्यालय कैम्पस के पांच हजार से अधिक छात्रों को अब पढ़ने के लिए स्पेशल सुविधा मिलेगी.
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने बताया कानपुर विश्वविद्यालय ने डिजिटलाइजेशन की दिशा में अपना एक और कदम बढ़ा दिया है. अभी तक विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को ऑनलाइन डिग्री, माइग्रेशन और अन्य सर्टिफिकेट मिल रहे थे. कॉपियों का डिजिटल मूल्यांकन शुरू हो चुका था. अब 137 स्मार्ट क्लासेस में डीवीडी प्लेयर और वीएचएस प्लेबैक पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण की सुविधाएं होंगी. इस नए कदम से उन छात्रों को ज्यादा फायदा होगा, जो किसी कारणवश शिक्षक द्वारा दिए गए लेक्चर को नहीं ले पाते थे.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अनिल कुमार यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सभी विभागों व संस्थानों में स्मार्ट रूम तैयार किए गए हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में 137 स्मार्ट क्लास बनकर तैयार हैं. इसमें शिक्षक, छात्र और छात्राओं को प्रशिक्षण देंगे. इतना ही नहीं इन स्मार्ट क्लासेस में शिक्षक द्वारा जो भी पढ़ाया जाएगा, उसे छात्र व छात्राएं स्टोर भी कर सकेंगे. इससे वे कभी भी इसको पढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि जो छात्र व छात्राएं किसी कारणवश विश्वविद्यालय नहीं आ पाते हैं, ऐसे में इन स्मार्ट क्लासेस के जरिए उन्हें भी लाभ मिल सकेगा.
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