कानपुरः बिकरु कांड को लेकर गठित एसआईटी की जांच में दोषी पाये गए 37 पुलिसकर्मियों में से 8 पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है. जांच के बाद तय मानकों के अनुसार 8 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जा सकता है. हालांकि इससे पहले पुलिसकर्मियों को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया जाएगा.
SIT ने की 37 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की संस्तुति
बिकरु कांड की जांच कर रही एसआईटी की जांच में 37 पुलिसकर्मी दोषी पाये गए हैं. इनमें 8 पुलिसकर्मियों पर एसआईटी ने वृहद दंड की कार्रवाई की संस्तुति की है. जिसके बाद इन पुलिसकर्मियों पर अब बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी है. इसके अलावा 6 पुलिसकर्मियों को डिमोट भी किया जा सकता है. इनके खिलाफ एसआईटी ने लघु दंड की संस्तुति की है. वहीं 23 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एसआईटी ने विभागीय कार्रवाई करने की संस्तुति की है.
ADG जोन विभागीय कार्रवाई को बढ़ाएंगे आगे
बिकरु कांड में एसआईटी ने दोषी पाए पुलिसकर्मियों की अपनी रिपोर्ट पुलिस के आलाधिकारियों को सौंप दिया है. एसआईटी की रिपोर्ट के बाद एडीजी जोन विभागीय कार्रवाई को आगे बढ़ाएंगे. एसआईटी की रिपोर्ट में सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के 37 पुलिसकर्मियों की जो सूची सामने आई है, उसमें से 8 पुलिसकर्मियों को वृहद दंड, जबकि 6 पुलिसकर्मियों को लघु दंड की संस्तुति की गई है. वहीं 23 पुलिसकर्मियों के खिलाफ पहले एडीजी जोन कानपुर और लखनऊ जांच करवाएंगे. उसके बाद इन पुलिसकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों को दंड और अपील नियमावली 1991 के नियम 14(1) के तहत वृहद दंड और नियम 14(2) के तहत लघु दंड का प्रावधान है.
इन पुलिसकर्मियों पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार
एसआईटी ने जिन 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ वृहद दंड की संस्तुति की है, उनमें तत्कालीन थाना प्रभारी, सब-इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक के कर्मचारियों के नाम शामिल हैं. इन पुलिसकर्मियों में तत्कालनीन थाना प्रभारी चौबेपुर विनय तिवारी, बीट प्रभारी केके शर्मा, सब-इंस्पेक्टर अवनीश कुमार सिंह, चौबेपुर थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर अजहर इशरत, कुंवर पाल सिंह, विश्वनाथ मिश्रा के नाम शामिल हैं. इसके अलावा चौबेपुर थाने में तैनात कॉन्स्टेबल अभिषेक कुमार, रिक्रूट कॉन्स्टेबल राजीव कुमार के नाम भी इस लिस्ट में शामिल है.