कानपुर: 22 जून को अपहृत लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की फिरौती देने के बावजूद अपहरणकर्ताओं में हत्या कर दी थी. पुलिस ने मामले में महिला समेत छह लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन अब तक संजीव का शव बरामद नहीं हुआ है. 2 अगस्त को परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर शास्त्री चौक पर धरना दिया था.
सूचना पर गोविंद नगर विधायक सुरेंद्र मैथानी के साथ डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह पहुंचे थे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार को सीबीआई जांच का आश्वासन दिया था, लेकिन पीड़ित परिवार को अभी तक सीबीआई जांच की कोई भी जानकारी नहीं मिली.
पैदल निकले सीएम से मिलने
इतने दिन बीतने के बाद भी जांच शुरू न होने पर परिजनों का धैर्य जवाब दे गया. शुक्रवार सुबह जिसके बाद पीड़ित परिवार स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों के साथ पैदल ही निकल पड़ा. सूचना मिलने पर पुलिस के होश उड़ गए. आनन-फानन में कानपुर पुलिस ने पीड़ित परिवार को नौबस्ता चौराहे पर रोक लिया. जिसके बाद जमकर नारेबाजी हुई. इस दौरान पीड़ित परिवार ने एसीएम को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा.
यह है मांगे
- संजीत यादव का शव व उससे जुड़ी वस्तुएं बरामद की जाए.
- मृतक संजीत यादव की बहन को सरकारी नौकरी दी जाए.
- पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद.
- तत्काल सीबीआई जांच का आदेश हो.
- परिवार की सुरक्षा हेतु 2 शस्त्र लाइसेंस दिए जाएं.
'हमें चाहिए न्याय'
मृतक संजीत की बहन ने बताया कि हमें सीबीआई जांच का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. मुझ पर पुलिस की वर्दी फाड़ने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है. जबकि मेरे भाई की फोटो खुद पुलिस वालों ने तोड़ दी. हमें न्याय चाहिए.
'जल्द ही सीएम से मिलवाया जाएगा'
एसीएम आरपी वर्मा ने बताया कि तीन दिन की मोहलत ली गई है. जल्द ही पीड़ित परिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलवाया जाएगा.