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कानपुर मेडिकल कॉलेज में होगा रूस की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल

कानपुर मेडिकल कॉलेज में रूस द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन स्पूटनिक-V का फेज सेकंड और थर्ड ट्रायल शुरू होने जा रहा है. भारत के 6 मेडिकल कॉलेजों में इसका ट्रायल होना है.

कानपुर मेडिकल कॉलेज
कानपुर मेडिकल कॉलेज
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Published : Nov 13, 2020, 8:45 PM IST

कानपुरः जीएसवीएम कॉलेज में रूस निर्मित कोरोना वैक्सीन स्पूटनिक-V का फेज सेकंड और थर्ड ट्रायल शुरू होने जा रहा है. यह ट्रायल भारतीय फार्मास्यूटिकल कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा. मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन का ट्रायल मेडिसिन विभाग के डॉ. सौरभ अग्रवाल के निर्देशन में होगा. यह शोध डीसीजीआई से अनुमोदित है और इसका रजिस्ट्रेशन सीटीआरआई में किया जाएगा.

नवंबर के चौथे हफ्ते से शुरू होगा ट्रायल
इस शोध के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज की एथिक्स कमेटी द्वारा 12 नवंबर को हुई बैठक में अनुमोदन किया गया था और नवंबर महीने के चौथे सप्ताह से यह शुरू हो जायेगा. इस शोध के लिए प्रतिभागी इस नंबर 8090609630, 8707574418 को डायल कर पंजीकरण करा सकते हैं.

वॉलिंटियर्स को 21 दिन में दिए जाएंगे 2 इंजेक्शन
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त देश के कुछ ही मेडिकल कॉलेजों में इस वैक्सीन का ट्रायल होना है, जिसमें क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर, केएम हॉस्पिटल पुणे, जेएसएस हॉस्पिटल मैसूर, केएलई बेलगांव और पांडिचेरी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस पांडिचेरी है. इस वैक्सीन के 2 इंजेक्शन 21 दिन के अंतराल पर दिए जाएंगे. इस शोध में इस वैक्सीन के द्वारा कोविड-19 की प्रतिरोधक क्षमता का अध्ययन किया जाएगा.

200 लोगों पर होगा ट्रायल, 180 करवा चुके हैं रजिस्ट्रेशन
इस शोध में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 200 मेल और फीमेल रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. इसमें वही लोग शामिल हो सकते हैं जिन्हें पहले कोरोना न हुआ हो. इसमें सभी पार्टिसिपेट को वैक्सीन की दो डोज दी जाएगी और 7 महीने तक उसका अध्ययन किया जाएगा. वहीं इस अध्ययन के लिए 180 लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.

कानपुरः जीएसवीएम कॉलेज में रूस निर्मित कोरोना वैक्सीन स्पूटनिक-V का फेज सेकंड और थर्ड ट्रायल शुरू होने जा रहा है. यह ट्रायल भारतीय फार्मास्यूटिकल कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा. मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन का ट्रायल मेडिसिन विभाग के डॉ. सौरभ अग्रवाल के निर्देशन में होगा. यह शोध डीसीजीआई से अनुमोदित है और इसका रजिस्ट्रेशन सीटीआरआई में किया जाएगा.

नवंबर के चौथे हफ्ते से शुरू होगा ट्रायल
इस शोध के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज की एथिक्स कमेटी द्वारा 12 नवंबर को हुई बैठक में अनुमोदन किया गया था और नवंबर महीने के चौथे सप्ताह से यह शुरू हो जायेगा. इस शोध के लिए प्रतिभागी इस नंबर 8090609630, 8707574418 को डायल कर पंजीकरण करा सकते हैं.

वॉलिंटियर्स को 21 दिन में दिए जाएंगे 2 इंजेक्शन
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त देश के कुछ ही मेडिकल कॉलेजों में इस वैक्सीन का ट्रायल होना है, जिसमें क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर, केएम हॉस्पिटल पुणे, जेएसएस हॉस्पिटल मैसूर, केएलई बेलगांव और पांडिचेरी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस पांडिचेरी है. इस वैक्सीन के 2 इंजेक्शन 21 दिन के अंतराल पर दिए जाएंगे. इस शोध में इस वैक्सीन के द्वारा कोविड-19 की प्रतिरोधक क्षमता का अध्ययन किया जाएगा.

200 लोगों पर होगा ट्रायल, 180 करवा चुके हैं रजिस्ट्रेशन
इस शोध में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 200 मेल और फीमेल रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. इसमें वही लोग शामिल हो सकते हैं जिन्हें पहले कोरोना न हुआ हो. इसमें सभी पार्टिसिपेट को वैक्सीन की दो डोज दी जाएगी और 7 महीने तक उसका अध्ययन किया जाएगा. वहीं इस अध्ययन के लिए 180 लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.

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