कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर में नवेली पावर प्लांट में एक तरफ जहां सीडीएन कंपनी का मामला शांत नहीं हो पाया था, वहीं अब एलएंडटी कंपनी की सहायक आरओसी कंपनी भी मजदूरों का वेतन दिए बिना रफूचक्कर हो गयी है.
लिहाजा कंपनी में काम कर रहे मजदूर परिवार के भरण-पोषण को लेकर मजबूर हो गए हैं. वहीं, वेतन की मांग को लेकर मजदूरों ने कंपनी के बाहर बैठकर विरोध करना शुरू कर दिया है.
पहले भी रफूचक्कर हो चुकीं हैं कई कंपनियां
घाटमपुर तहसील के सजेती थाना के लाहुरिमऊ स्थित नवेली पावर प्लांट में पहले भी इरेक्टोस, सीडीएन, एएलटी, एमएसएस व मां शारदे जैसी कई कंपनियां सैकड़ों मजदूरों का वेतन दिए बिना भाग चुकीं हैं. इस वजह से मजदूरों व उनके परिवार को धूल फांकना पड़ रहा है.
मजदूरों के अनुसार कंपनी में सैकड़ों मजदूर बाहर से आकर काम करके अपना गुजर-बसर कर रहे हैं. उन्हें भाग चुकी कंपनियों की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इस वजह से मजदूरों ने कंपनी में काम बंद करते हुए जमकर हंगामा खड़ा कर दिया. इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी मजदूरों के प्रति लापरवाही करते नजर आ रहे हैं.
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ये है पूरा मामला
मजदूरों ने कंपनी के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि वेतन न मिल पाने से पिछले 11 दिनों से काम बंद कर दिया गया है. मजदूर कंपनी के अंदर किसी भी प्रकार का हंगामा न कर सकें, इसलिए कांट्रेक्टर उनसे गेट पास ले लेते हैं.
इसके बाद भी अगर मजदूर गेट के बाहर धरना प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें पुलिस की प्रताड़ना सहनी पड़ती है. मजदूरों ने कहा कि वे श्रमिक अधिकारी से अपनी बात को रखते हुए न्याय की गुहार लगाएंगे.
सूचना पर पहुंचे कानपुर के सजेती थानाध्यक्ष नीरज बाबू ने बताया कि मजदूरों की मेहनत का पैसा दिलाने के लिए प्रयासरत हैं. सीडीएन कंपनी के मजदूरों की लिस्ट भी बना ली गई है. इस विषय में अधिकारियों से बात हुई है. जल्द ही कंपनी में काम कर रहे लोगों की पूरी मजदूरी दिलवा दी जाएगी.
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