कानपुर: भले ही लोक निर्माण विभाग या किसी अन्य जिम्मेदार संस्था के अफसर यह दावा करते हों कि जो सड़क शहर में बनाई जा रही हैं, उनकी गुणवत्ता बेहतर है. लेकिन, ऐसा बिल्कुल नहीं है. खुद लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद ने कुछ दिनों पहले शहर में भाटिया होटल तिराहा से लेकर पनकी मंदिर जाने वाली सड़क का जब निरीक्षण किया था तो उसकी गुणवत्ता पर उन्होंने सवाल उठा दिए थे.
मंत्री के सख्त रवैए को देखते हुए अफसर पसीना-पसीना हो गए थे. अब उस सड़क की जांच शुरू कर दी गई है. पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अफसर ने बताया कि दो-तीन साल पहले करीब 12 किलोमीटर की यह सड़क बनी थी. इसकी कुल लागत 30 करोड़ रुपये है. अब वहां के सैंपल सेंट्रल लैब में परीक्षण के लिए भेजे गए हैं.
इसे भी पढ़े-करोड़ों की लागत से बनी सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल, हाथ से उखाड़ते हुए वीडियो वायरल
शहर की बिल्हौर विधानसभा सीट से विधायक राहुल बच्चा सोनकर ने भी कुछ दिनों पहले बिल्हौर में खजुरी से सांभी की ओर जाने वाली सड़क का निरीक्षण किया था. इस पर उन्होंने सवाल उठाए थे. इस दौरान विधायक ने मौजूद जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई थी. बाकायदा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर विधायक का निरीक्षण संबंधी वीडियो भी वायरल हुआ था. इस मामले पर प्रधान पति रमन सिंह का कहना है कि जो संस्था सड़क बना रही थी, वह अब वहां से जा चुकी है. सड़क के हाल जस के तस हैं.
यह भी पढे़-यूपी राज्य सड़क परिवहन दे रहा बिजनेस पार्टनर बनने का मौका, जानिए कैसे कमाएं लाभ