कानपुर : जिस तरह पूरे देश में गणपति महोत्सव के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. इसी तरह कानपुर में भी कमोबेश हर गली और घर में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की है. कई लोगों ने प्रतिमाएं विसर्जित भी कर दीं. तमाम लोग अनंत चतुर्दशी पर प्रतिमा विसर्जित करने की तैयारी में हैं. हालांकि अनंत चतुर्दशी और बारावफात का समय नजदीक होने के चलते पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में खुद संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने कमान संभाली है. उनका कहना है कि शहर में 27 और 29 सितंबर को गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन कराया जाएगा. साथ ही 28 सितंबर को बारावफात का जुलूस निकलेगा. दोनों ही आयोजनों पर आयोजकों और श्रद्धालुओं को विधि व्यवस्था का पालन करना होगा, जिससे किसी तरह की अव्यवस्था न हो. हर छोटी से छोटी गतिविधि पर पुलिस सीसीटीवी और अन्य कैमरों से निगरानी रखेगी. सिविल डिफेंस के वालंटियर्स, पुलिसकर्मी जुलूस और प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान साथ रहेंगे.
पहले भी एक ही दिन मनाए गए पर्व : संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर उन्होंने शहर के ज्योतिषविदों रमेश चिंतक और केए दुबे पद्मेश से बात की. बताया गया कि 28 को भद्रा का योग होने के चलते विसर्जन करना उचित नहीं है. इसके बाद सभी आयोजकों से वार्ता हुई. फिर सभी की सहमति के बाद तय हुआ कि 28 को जो लोग विसर्जन करना चाह रहे थे, वह 27 या 29 को प्रतिमाओं का विसर्जन करेंगे। वहीं, 28 को बारावफात का जुलूस जहां-जहां से निकलेगा वहां-वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा. सभी अपने आयोजनों को सौहार्द्र के साथ मनाएं, इसके लिए कानपुर पुलिस उनकी पूरी मदद करेगी.