कानपुर: लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण के बाद उसकी हत्या कर शव को पांडु नदी में फेंक दिया गया था. पुलिस उसके शव की तलाश के लिए नदी में सर्च ऑपरेशन कर रही है. वहीं हत्या के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है.
पीड़ित परिवार की मांग है कि मेरा बेटा जिंदा वापस नहीं आ सका लेकिन उसके शव की तलाश की जाए. पुलिस के अनुसार उसके दोस्तों ने ही अपहरण कर उसकी हत्या की थी और शव को पांडु नदी में फेंक दिया गया था. हत्याकांड में पकड़े गए आरोपियों ने 23 जुलाई को यह कबूल किया था, जिसके बाद से ही शव की तलाश के लिए पुलिस नदी में सर्च ऑपरेशन कर रही है.
शनिवार सुबह 6 बजे से पीएसी की मोटर बोट और 37 वीं वाहिनी पीएसी के गोताखोर लगातार नदी में शव की तलाश कर रहे हैं लेकिन अभी तक नदी से शव को बरामद नहीं किया जा सका है.
26 जून को संजीत यादव के अपहरण के बाद तीस लाख की फिरौती मांगे जाने पर पुलिस ने परिजनों के पैसे देते समय अपहर्ताओं को पकड़ने की तैयारी की थी. परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने अपहर्ताओं को तीस लाख रुपये दिला दिए लेकिन न तो बेटे को वापस लाई और न ही अपहर्ताओं को पकड़ सकी. प्रकरण सामने आने के बाद पुलिस के आला अफसर भी सन्न रह गए थे.
अपहर्ताओं की तलाश में जुटी पुलिस को गुरुवार की रात उसकी हत्या कर शव पांडु नदी में फेंके जाने की जानकारी हुई थी. इस पर रात में ही पुलिस ने पांडु नदी में शव की तलाश करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली.
गुरुवार रात पुलिस ने उसके दो दोस्तों समेत चार युवकों और एक युवती को हिरासत में लिया था. पूछताछ में आरोपितों ने 26 जून को ही हत्या करके शव पांडु नदी में फेंके जाने की बात कबूल की थी. उसके बाद से ही शव की तलाश की जा रही है.