कानपुर: ग्रामीण अंचल में बुजुर्गों द्वारा हुक्का पीना आम बात है, लेकिन नई उम्र के बच्चों द्वारा इसका सेवन उनके और समाज दोनों के लिए हानिकारक साबित हो रहा है. पुलिस की भी इस तरह के हुक्का बार संचालकों के ऊपर तिरछी निगाह रहती है. इसी के चलते चकेरी थाना के अंतर्गत लाल बंग्ला क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब स्थानीय पुलिस द्वारा एक कैफे में छापामारी की गई. इस दौरान अंदर पुलिस को लगभग 60 से ज्यादा लोग हुक्का पीते हुए मिले. पुलिस ने मौके से संचालक समेत सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने संचालक और कैफे में मौजूद 6 से ज्यादा हुक्का और हुक्के में प्रयोग किए जाने वाला फ्लेवर बरामद किया है.
बच्चों को देता था हुक्का
पुलिस के अनुसार रेस्टोरेंट के नाम पर संचालक छोटे बच्चों को हुक्का परोसता था, जिससे कम उम्र में ही यह बच्चे नशे के आदी हो जाते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि ये हुक्का बार स्थानीय मुख्य बाजार के बीच में स्थित है और बिना रोक टोक के संचालित हो रहा था. जबकि पूर्व में भी स्थानीय पुलिस द्वारा हुक्का बार का कई जगह भंडाफोड़ किया गया है.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद से हुक्का बार जैसे स्थानों पर पुलिस की कड़ी निगाह रही है. इस तरह के हुक्का बार कैफे और रेस्टोरेंट की आड़ में फलते फूलते रहते हैं. जिससे संचालकों को एक मोटी रकम मिलती है. अधिकतर यह देखा गया है कि नई उम्र के बच्चों का इसके प्रति ज्यादा रुझान रहता है. जिसके चलते यह कम उम्र में ही नशे के आदी हो जाते हैं और इस वजह से हमारी पीढ़ी का एक हिस्सा अपराधिक रास्ते पर भी निकल जाता है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है.