कानपुरः जाली स्टाम्प पेपर और नकली टिकट बेचने वाले दो शातिरों को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में स्टाम्प व टिकट बरामद हुए हैं, जिनकी कीमत 5 लाख 50 हजार रुपये बताई जा रही है. इस मामले का खुलासा डीआईजी प्रतिन्दर सिंह ने किया.
कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क
मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी प्रतिन्दर सिंह ने बताया कि बर्रा थाने की पुलिस रात्रि गश्त पर थी. तभी सचान चौराहे से गुजर रहे दो लोग पुलिस को देखकर भागने लगे. शक के आधार पर पुलिस ने पीछा करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान एक ने अपना नाम शिजान निवासी कर्नलगंज और दूसरे ने कैंट निवासी रंजीत बताया है.
ऐसे करते थे जालसाजी
जालसाजों ने पुलिस को बताया कि दोनों के पास करीबन पांच लाख पचास हजार रुपये के जाली स्टाम्प पेपर और टिकट हैं. पुलिस के मुताबिक दोनों कोलकाता, पटना, भागलपुर से यूज किये गए स्टाम्प को खरीद लेते थे. इसके बाद स्टाम्प और टिकटों को ब्लीचिंग पाउडर के जरिए उन पर लिखा हुआ मिटा देते थे. इतना ही नहीं पुराना स्टाम्प काफी महंगे दामों पर बेचते थे. जालसाज स्टाम्प पेपर और जाली टिकटों को कानपुर नगर, प्रयागराज में अवैध रूप से कई सालों से बेच रहे हैं.
राजस्व को भी लगाया चूना
एक ओर जहां फर्जी स्टाम्प पेपर और टिकट के जरिए ना सिर्फ लोगों को चूना लगा रहे थे बल्कि राजस्व को भी नुकसान पहुंचा रहे थे. फर्जी स्टाम्प पेपर से रजिस्ट्री, इकरारनामा, मुख्तारनामा, वसीयतनामा, शपथ पत्र तैयार करते थे. दोनों के पास से नोटरी विक्रेता का लाइसेन्स मिला है, जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है.