कानपुर: बिल्हौर थाना क्षेत्र के बलरामनगर में एक घर में 5 फरवरी यानी रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मां-बेटे के शव मिलने से हड़कंप मच गया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने मकान मालिक से पूछताछ के बाद मृतक महिला के प्रेमी नरेंद्र व उसके चाचा जगदीश व एक अन्य को पूछताछ के लिए संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लिया था.
बिल्हौर थाना क्षेत्र के बलरामनगर में रहने वाली महिला सीमा दिवाकर(35) पत्नी मनोज दिवाकर का शव बेड पर व आदित्य पुत्र मनोज दिवाकर का शव लटका हुआ मिला था. महिला सीमा दिवाकर कन्नौज के एक सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत थी, जो बिल्हौर के बलरामनगर में किराए के मकान में अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ रहती थी. मकान मालिक अशोक के अनुसार महिला का बिल्हौर के नरेंद्र नाम के एक युवक से प्रेम प्रसंग था. वह अपने पति मनोज दिवाकर से अलग अपने प्रेमी नरेंद्र के साथ रहती थी. नरेंद्र को ही अपना पति बताती थी. नरेंद्र के ही कहने पर अशोक ने अपना मकान रेंट पर दिया हुआ था.
पुलिस ने 6 फरवरी यानी सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए नरेंद्र व उसके दो अन्य साथियों पर धारा 302 Ipc व 3(2)sc/st के तहत मामला दर्ज कर मुख्य अभियुक्त नरेंद्र सिंह यादव पुत्र किशनलाल निवासी पलिया खेड़ा थाना रसूलाबाद कानपुर देहात 32 वर्ष को जेल भेज दिया. नरेंद्र ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर प्रेमिका व उसके बेटे की हत्या कर दी थी.
अपर पुलिस आयुक्त लखन यादव ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा था, जो आत्महत्या जैसा नहीं था. जांच पड़ताल में सामने आया की नरेंद्र ने ही हत्या की है. हत्या का कारण महिला का नरेंद्र पर जबरन शादी का दबाव बनाया जा रहा था, जिस पर मुख्य आरोपी व उसके दो अन्य साथियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर मुख्य आरोपी नरेंद्र को जेल भेज दिया गया है व अन्य दोनों साथियों की जांच चल रही है.