कानपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने कानपुर दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने आईआईटी कानपुर में आयोजित दीक्षांत समारोह में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्री प्रदान की. आईआईटी कानपुर के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज कानपुर के लिए दोहरी खुशी का दिन है. आज एक तरफ कानपुर को मेट्रो जैसी सुविधा मिल रही है. वहीं दूसरी ओर टेक्नोलॉजी की दुनिया को आईआईटी कानपुर से आप जैसे अनमोल उपहार भी मिल रहे हैं.
पीएम ने कहा कि आज जिन विद्यार्थियों को सम्मान मिला है, उन्हें बहुत-बहुत बधाई. आज आप जहां पहुंचे हैं, आपने जो योग्यता हासिल की है, उसके पीछे आपके माता-पिता, आपके परिवार के लोग और आपके अध्यापकों जैसे अनेकों लोग होंगे. मोदी ने कहा कि कानपुर आईआईटी ने आपके भीतर के डर को बाहर निकालकर एक विशाल कैनवास प्रदान किया है.
मेधावी छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपने जब IIT कानपुर में प्रवेश लिया था और अब जब आप यहां से निकल रहे हैं, तब और अब में, आप अपने में बहुत बड़ा परिवर्तन महसूस कर रहे होंगे. यहां आने से पहले एक Fear of Unknown होगा, एक Query of Unknown होगी. अब Fear of Unknown नहीं है, अब पूरी दुनिया को Explore करने का हौसला है. अब Query of Unknown नहीं है, अब Quest for the best है, पूरी दुनिया पर छा जाने का सपना है.
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1930 के उस दौर में जो 20-25 साल के नौजवान थे, 1947 तक उनकी यात्रा और 1947 में आजादी की सिद्धि, उनके जीवन का Golden Phase थी. आज आप भी एक तरह से उस जैसे ही Golden Era में कदम रख रहे हैं. जैसे ये राष्ट्र के जीवन का अमृतकाल है, वैसे ही ये आपके जीवन का भी अमृतकाल है.
पीएम ने कहा कि ये दौर, ये 21वीं सदी, पूरी तरह Technology Driven है. इस दशक में भी Technology अलग-अलग क्षेत्रों में अपना दबदबा और बढ़ाने वाली है. बिना Technology के जीवन अब एक तरह से अधूरा ही होगा. ये जीवन और Technology की स्पर्धा का युग है और मुझे विश्वास है कि इसमें आप जरूर आगे निकलेंगे.
आजादी के इस 75वें साल में हमारे पास 75 से अधिक unicorns हैं, 50,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं. इनमें से 10,000 तो केवल पिछले 6 महीनों में आए हैं. आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है. कितने स्टार्टअप्स तो हमारी IITs के युवाओं ने ही शुरू किए हैं. पीएम ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था- Every nation has a message to deliver, a mission to fulfill, a destiny to reach. यदि हम आत्मनिर्भर नहीं होंगे, तो हमारा देश अपने लक्ष्य कैसे पूरे करेगा, अपनी Destiny तक कैसे पहुंचेगा.
उन्होंने आगे कहा कि आपका प्रशिक्षण, कौशल और ज्ञान निश्चित रूप से व्यावहारिक लक्ष्यों में को प्राप्त करने में सभी विद्यार्थियों की मदद करेगा. आपने यहां जो व्यक्तित्व विकसित किया है, वह आपको समग्र रूप से समाज की सेवा करने और अपने राष्ट्र को सशक्त बनाने की शक्ति देगा.
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कानपुर भारत के उन चुनिंदा शहरों में से है, जो इतना diverse है. सत्ती चौरा घाट से लेकर मदारी पासी तक, नाना साहब से लेकर बटुकेश्वर दत्त तक, इस शहर की सैर करते हैं तो ऐसा लगता है जैसे हम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानों के गौरव की, उस गौरवशाली अतीत की सैर कर रहे हैं.
इससे पूर्व दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए इस देश ने 2020 में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है. IIT कानपुर ने राज्य सरकार के साथ पारस्परिक सहयोग के अनेक उदाहरण पेश किए हैं.
आपको बता दें कि आईआईटी कानपुर अपना 54वां दीक्षांत समारोह बना रहा है. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी साथ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी कार्यक्रम में शिरकत की.