कानपुर: कोरोना काल में दवा की काला बाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है. बर्रा स्थित पतंजलि स्टोर पर भी यही आरोप लगा है. ग्राहक गौरव सिंह सेंगर ने बताया कि 24 सितंबर को मैंने स्टोर से दवा खरीदी थी, जो मुझे 350 रुपये की दी गई. इसके बाद गौरव ने उस दवा के बारे में अन्य पतंजलि स्टोर पर पता किया तो इस दवा की कीमत 35 रुपये पता चली.
गौरव सेंगर ने बताया कि दवा खरीदने पर स्टोर संचालक ने उन्हें बिल नहीं दिया था. इसके बाद सोमवार को गौरव ने वही दवा फिर उसी स्टोर से खरीदी. इस पर संचालक ने फिर से वही दवा 350 रुपये में दी. गौरव ने बताया कि कई बार मांगने पर स्टोर संचालक ने दवा का बिल दिया. बिल में दवा की कीमत 350 रुपये लिखी थी. ग्राहक का कहना है कि बिल को देखकर ऐसा लग रहा है कि 35 के बाद उसमें पेन से एक जीरो बनाया गया है.
स्टोर संचालक ने दी जानकारी
पूरे मामले में पतंजलि स्टोर के संचालक का कहना है कि कंपनी की ओर से ही उनको महंगी दवा मिल रही है. इसका उनके पास बिल भी है. हालांकि ग्राहकों ने स्टोर संचालक पर दवा के रेट बढ़ाकर बेचने का आरोप लगाकर हंगामा किया. ग्राहकों का कहना है कि स्टोर पर दस गुना दामों पर दवा बेची जा रही है. पतंजलि स्टोर पर हंगामा कर रहे ग्राहकों ने स्टोर संचालक पर कार्रवाई की मांग की है.