कानपुर: सीएम के शहर गोरखपुर के बाद अब कानपुर पुलिस कमिश्नरेट को भी उच्च तकनीकों से लैस किया जाएगा. ऑपरेशन दृष्टि के तहत पुलिस शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी प्रमुख स्थानों पर उच्च तकनीकों वाले कैमरे इंस्टाल कराएगी. इनकी मदद से थानेदार भी पूरे कमिश्नरेट पर नजर रख सकेंगे. वहीं, जो खर्च आएगा, उसका वहन व्यापारी और समाज के अन्य वर्गों के लोग करेंगे.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों पहले कर्नलगंज थाना क्षेत्र में पुलिस को तीन अलग-अलग बोरियों में एक युवक का क्षत-विक्षत शव मिला था. पुलिसकर्मियों ने शव की शिनाख्त करने का भरसक प्रयास किया. लेकिन, पुलिस को असफलता ही हाथ लगी. पुलिस अफसरों ने इस घटना से सबक लेते हुए तय किया कि अब सभी प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाए जाएंगे. जिससे कि इस तरह की घटना होने पर आरोपियों को फौरन गिरफ्तार किया जा सके.
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शहर में 4 हजार कैमरे लगेंगे: संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि ऑपरेशन दृष्टि के तहत शहर में प्रति थाना लगभग सौ कैमरे लगाए जाएंगे. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में इनकी संख्या 40 से 50 के बीच होगी. इस तरह से लगभग शहर में 4 हजार से अधिक कैमरों को लगाने की योजना बनी है. इन कैमरों के लिए जो खर्च आएगा उसका जिम्मा संबंधित क्षेत्र के उद्यमी, व्यापारी और आमजन ही उठाएंगे. एक सीसी कैमरा लगाने का खर्च छह से सात हजार रुपये तक आएगा.
ऑडियो भी रिकार्ड होगा: संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि यह कैमरे दिन-रात काम करेंगे. इनमें ऑडियो रिकार्डिंग की भी सुविधा होगी. जिससे अगर कभी कोई ऐसी स्थिति बनती है, जिसमें पुलिस को ऑडियो साक्ष्य की जरूरत है तो वह भी मिल सकेगी. हर कैमरे में फोर जी सिम लगेंगे, जिससे इन्हें एक साथ जोड़ा जा सकेगा. साथ ही जिन अफसरों के पास इनका लिंक होगा, वह किसी भी क्षेत्र के कैमरे की लाइव या पिछली रिकार्डिंग को देख सकेगा.
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