कानपुर: सबसे ज्यादा चर्चित कांड 1984 का कानपुर सिख विरोधी दंगा (Kanpur 1984 Sikh riots) रहा है. सिख दंगों की जांच के लिए 2019 में राज्य सरकार ने विशेष टीम के रूप में एसआईटी का गठन किया था. जिसके बाद से एसआईटी की कार्रवाई लगातार जारी है. इस मामले में अब तक 40 से अधिक अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. एसआईटी की टीम ने 63 वर्षीय आरोपी मोहम्मद अली उर्फ मुन्ना को दमन (संघ प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली) से गिरफ्तार किया है.
एसआईटी प्रभारी बालेन्दू भूषण ने बताया कि आरोपी मोहम्मद अली उर्फ मुन्ना करिया की गिरफ्तारी की गई है, जिसके लिए एसआईटी की एक टीम थाना अध्यक्ष श्री शिव प्रताप सिंह के नेतृत्व में बीते 1 सप्ताह से लगतार रेकी कर रही थी. अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ किदवई नगर थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं. साथी अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है. जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी तक एसआईटी की टीम द्वारा 42 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
जानकारी के अनुसार, एसआईटी को उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए 1 महीने का समय दिया है. 70 से अधिक कुल गिरफ्तारी की जानी थी. जिसके लिए 20 नवंबर तक का समय सीमा दि गई थी. हालांकि एसआईटी की टीम को 1 महीने का समय और मिल गया है.
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