कानपुर: शहर के कोपरगंज स्थित कपड़ा बाजार मे बीते दिनों हुए भीषण अग्निकांड में व्यापारियों का करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया था. अब इन व्यापारियों की सहूलियत के लिए व इन के व्यापार को पुनः स्थापित करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में कई बैंक कर्मियों व कई औद्योगिक संगठनों के साथ एक बैठक की गई, जिसमें पीड़ित व्यापारियों के हित में कई अहम फैसले भी लिए गए.
कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में व्यापारियों के हित में कई अहम फैसले लिए गए. पीड़ित व्यापारियों को उद्योग प्रोत्साहन एवं क्रेडिट सपोर्ट से जुड़ी सभी प्रकार की सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा. इसके साथ ही इस अग्निकांड से पीड़ित व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार पर उनके नए व्यवसाय को प्रारंभ कराने के लिए उन्हें ऋण उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की जाएगी. वही,पीड़ित व्यापारियों के लिए ऋण उपलब्ध कराने के लिए बैंकों के साथ एक समन्वय स्थापित ऋण कैंप का आयोजन भी किया जाएगा.
बैठक में समस्त इंश्योरेंस कंपनियों को भी निर्देशित किया गया कि वह अपना एक डाटाबेस परीक्षण कर ले ताकि बांसमंडी क्षेत्र मे हुए अग्निकांड में कितने ऐसे व्यापारी हैं जो इससे प्रभावित हुए हैं और जिनका इंश्योरेंस क्लेम उनके पास है. इसके अलावा कितने ऐसे व्यापारी हैं जिनका इंश्योरेंस है और उन्होंने अभी तक क्लेम नहीं दिया है. उनसे उनका क्लेम फॉर्म भरवाना सुनिश्चित करें और विशेष तौर पर इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी पीड़ित दुकानदारों को इंश्योरेंस क्लेम के दौरान अनावश्यक परेशान ना किया जाए और इसके लिए इंश्योरेंस क्लेम हेतु वांछित अभिलेखों को संयुक्त आयुक्त,एसजीएसटी,एलडिएम एवं दो इंश्योरेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों के माध्यम से सर्वप्रथम निर्धारित किया जाए. किसी भी अनावश्यक अभिलेखों की मांग कंपनी द्वारा ना की जाए.
बांसमंडी स्थित कपड़ा बाजार में हुए भीषण अग्निकांड से प्रभावित व्यापारियों के परिवार व कपड़ा बाजार में काम करने वाले कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा में किसी भी तरीके का कोई व्यवधान ना पैदा हो सके. इसको लेकर भी बैठक में कई अहम फैसले लिए गए जिलाधिकारी विशाख जी की अध्यक्षता में की गई. इस बैठक में अपर जिलाअधिकारी/राजस्व श्री राजकुमार,जिला विद्यालय निरीक्षक बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं अन्य विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि सीबीएसई,आईसीएसई बोर्ड के कोऑर्डिनेटर के साथ ही यूपी बोर्ड, माध्यमिक शिक्षा,उच्च शिक्षा विद्यालय के रजिस्ट्रार व प्रधानाचार्य के साथ यह बैठक की गई. बैठक में मौजूद प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी द्वारा अपील की गई. इस दर्दनाक अग्निकांड में पीड़ित परिवार के बच्चों की फीस के अभाव में उनकी शिक्षा किसी भी तरीके से बाधित ना हो इसको लेकर समस्त शिक्षण संस्थान अपने मैनेजमेंट से वार्ता कर आवश्यक कदम उठाएं.
साथ ही औद्योगिक संगठन व व्यापारी संगठन अपने संगठनों के माध्यम से पीड़ित परिवार के बच्चों की शिक्षा लगातार जारी रहे इसके लिए वे अपने संगठनों के माध्यम से बच्चों को गोद लेने की कार्यवाही सुनिश्चित करें. जिलाधिकारी द्वारा शहर के समस्त सक्षम संभ्रांत नागरिकों से अपील की गई कि इस दुख की घड़ी में वे आगे आएं और इन पीड़ित बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने में अपनी अहम भूमिका निभाए. वहीं, बैठक में मौजूद आईसीएसई, सीबीएसई व निजी विद्यालयों के विभिन्न संगठनों द्वारा इस बात पर सहमति जताई गई की वह अग्निकांड में पीड़ित परिवार के साथ है. वह बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आने देंगे. उनके द्वारा इस बात के लिए आश्वासन भी दिया गया कि वह बच्चों की पढ़ाई से जुड़े हुए खर्च के संबंध में भी अपने स्तर से हर सम्भव मदद करेंगे.