कानपुरः यूपी में महिला हिंसा पर कानपुर पुलिस कितनी गंभीर है, यह बताने के लिए एडीजी ऑफिस में रोती हुई बैठी सपना बाधवानी को देखना ही काफी है. इनकी 35 वर्षीय बेटी निधि बासवानी 6 अगस्त को चकेरी थाना क्षेत्र से गायब हो गई थी. निधि का सिम पुलिस को एक अपराधी के घर से बरामद हो चुका है, लेकिन चकेरी पुलिस का खेल देखिए कि चार महीने बाद भी उसने मामले में एफआईआर तक नहीं दर्ज की. वहीं सिर्फ गुमशुदगी की रिपोर्ट ही लिखकर पुलिस घर वालों को टरका रही है.
कहीं से मदद न मिलती देख पीड़ित परिवार सोमवार को एडीजी ऑफिस पहुंचा और न्याय की गुहार लगाई. निधि की छोटी बहन आंचल जो एक एयर लाइंस में अधिकारी हैं. उन्होंने जब थानेदार से बहन की काल रिकार्डिंग निकलवाने की मांग की तो थानेदार ने आंचल से अभद्र तरीके से बात की. थानेदार से की गई बातचीत की रिकार्डिंग आंचल ने कर ली. वहीं निधि की मां का आरोप है कि थाने की पुलिस उनसे मजाक करती है की बेटी की शादी क्यों नहीं की.
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वहीं कानपुर जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश को पूरी घटना की जानकारी हुई तो वह पहले हैरान रह गए. बाद में उन्होंने फोन पर ही एसपी को आदेश देकर लड़की के अपहरण की तुरंत एफआईआर लिखने और चौबीस घंटे में पूरी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. साथ ही थानेदार की रिकार्डिंग सुन जांच के आदेश दिए हैं.
एडीजी का कहना है लड़की के लापता होने के चार महीने बाद भी एफआईआर न होना गलत है. मामले में अपहरण की एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है. साथ ही थानेदार की अभद्र व्यवहार को लेकर भी जांच एसपी सिटी को सौंपी गई है.