कानपुर: कानपुर नगर निगम का सदन बुधवार को 27 मिनट चलकर खत्म हो गया. यह सदन साल का आखिरी सदन रहा. सदन में रिकॉर्ड 9 प्रस्ताव पास हुए, जिसमें पार्किंग स्टैंड और पार्कों की दरें, वाटर एटीएम, समेत कई प्रस्ताव पास हुए. वहीं विज्ञापन नीति इस सदन में भी पास नहीं हो सकी. बता दें कि सदन में पार्किंग दर बढ़ने के साथ ही मोती झील और बृजेन्द्र स्वरूप पार्क में आयोजन का भी किराया बढ़ गया है. वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों पर पार्किंग शुल्क खत्म करने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया है.
पार्षदों के साथ बैठक के बाद पास होगी विज्ञापन नीति
सोमवार को सदन स्थगित होने के बाद बुधवार को सदन दोबारा बुलाया गया. इसमें नगर आयुक्त अनुपस्थित होने पर उनकी जगह उपनगर आयुक्त मौजूद रहे. वहीं सदन में इस बार विज्ञापन नीति पास नहीं हो पाई. इसमें पार्षदों ने मांग की कि इस नीति में पार्षदों के साथ चर्चा नहीं की गई, जिस पर महापौर ने आदेश करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के पार्षद के साथ बैठक की जाए और जो भी कमियां हो उन्हें दूर कर दोबारा इसे सदन में रखा जाएगा.
गोविंदपुरी पुल के पास से हटाया जाएगा स्टैंड
पार्षद नवीन पंडित ने गोविंदपुरी पुल के पास स्थित होटल और अन्य प्रतिष्ठानों में होने वाली पार्किंग की वजह से लगने वाले जाम का मुद्दा सदन में उठाया और उन्होंने कहा कि इसे यहां से हटाकर सामने जागेश्वर हॉस्पिटल में किया जाए. इसको लेकर महापौर ने कहा कि इसका प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए इसे पास कर दिया जाएगा.
पार्षद और पूर्व पार्षद के लिए निशुल्क रहेगी पार्किंग
पार्षद नवीन पंडित ने पार्षदों द्वारा नगर निगम की पार्किंग में शुल्क लिए जाने का मामला उठाया. नवीन ने कहा कि पार्षदों से ही शुल्क लिया जाता है. इसको लेकर महापौर ने आदेश करते हुए कहा कि पार्षदों व पूर्व पार्षद द्वारा नगर निगम द्वारा किसी भी पार्टी में शुल्क नहीं लिया जाएगा. अगर ऐसा कोई करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी और इसको नियमावली में शामिल किया जाएगा.
पार्किंग स्थल की जानकारी पार्षदों को दी जाए
कांग्रेस पार्षद कमल शुक्ल बेबी ने नगर निगम द्वारा पार्किंग स्थलों को लेकर कहा कि कई बार पार्षदों के बिना जानकारी के पार्किंग स्थल दे दिए जाते हैं, जिससे कि कई बार अराजकता का माहौल होता है. इसको लेकर महापौर ने कहा कि अब किसी भी पार्षद के क्षेत्र में पार्किंग स्थल उठने की जानकारी उसे दी जाएगी और उसकी सहमति के बाद ही यह अलॉट होगा.
इलेक्ट्रिक वाहन के लिए निगम पार्किंग होगी फ्री
एनजीटी के आदेश अनुसार और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए निगम ने इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर प्रस्ताव पारित किया, जिसमें अब इलेक्ट्रिक वाहनों से पार्किंग के नाम पर कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा. निगम में विद्युत शवदाह गृह की दरों को लेकर प्रस्ताव पारित कर दिया है, जिसमें अब यदि कोई भी विद्युत शवदाह गृह का उपयोग करता है तो उसे 1 हजार रुपये देना होगा. हालांकि कोरोना काल तक यह निशुल्क रहेगा.
300 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के बढ़े वेतन
सदन में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन वृद्धि का प्रस्ताव भी पास हो गया, जिसमें अब निगम के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन में खासी बढ़ोतरी हो गयी है. इसमें 300 कर्मचारी शमिल हैं. निगम में पार्किंग शुल्क बढ़ोतरी का भी प्रस्ताव पास हो गया, जिसके अनुसार अब साईकल के लिए 5 रुपये, मोटरसाइकिल के लिए 15 रुपये और चार पहिया के लिए 30 रुपये शुल्क देना होगा. यह शुल्क सिर्फ 4 घंटे के लिए ही मान्य होगा. यह सभी दरें मार्च के बाद अप्रैल से लागू होंगी.
पार्क की बढ़ी दरें
अब पार्किंग स्थल के लिए रहवासियों को ज्यादा जेब खाली करनी होगी, जिसमें मोतीझील में वैवाहिक कार्यक्रम में अभी तक 44,560 रुपये लिए जाते थे, जिसके बाद इस प्रस्ताव के अनुसार अब 67,720 रुपये प्रतिदिन लिए जाएंगे. इसी के साथ व्यावसायिक कार्यक्रम के लिए 89,160 रुपये, धार्मिक कार्यक्रम के लिए 43,730 रुपये और अब दो माह पहले बुकिंग होगी. वहीं गरीब कन्या के विवाह के लिए सिर्फ सफाई शुल्क लिया जाएगा. वहीं परेड ग्राउंड धार्मिक काम के लिए निशुल्क रहेगा.
7 हजार रुपये हुआ पानी टेस्टिंग का खर्च
नगर निगम में पेयजल की टेस्टिंग की दरें भी बढ़ा दी गई हैं. टेस्टिंग के लिए जहां पहले 35 रुपये दिए जाते थे. अब 7 हजार रुपये प्रति सैंपल लिया जाएगा. इसमें स्कूल होटल कारखानों के लिए पीने वाले पानी की टेस्टिंग अनिवार्य होगी.
साल में लगे सिर्फ तीन सदन
साल का आखिरी सदन आज यानी बुधवार को समाप्त हो गया. वहीं इस साल नगर निगम में तीन सदन हो सके, जिसमें पहला सदन फरवरी में और एक सदन कोरोना काल के बीच हुआ और तीसरा सदन बुधवार को समाप्त हुआ. वहीं कार्यकारिणी की बैठक भी दो बार हो सकी. बता दें कि नगर निगम के नियमानुसार साल में 6 बार सदन और छह बार कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का प्रावधान है.