कानपुर: पुलिस सेफ सिटी और स्मार्ट सिटी योजना पर एक साथ काम करे. महिला एवं बाल सुरक्षा विंग (Women and Child Protection Wing) की महानिदेशक (Director General) नीरा रावत (Neera Rawat) ने यह आदेश शहर के पुलिस, नगर निगम व प्रशासनिक अफसरों को दिए. उन्होंने कहा कि एक ऐसा ऐप तैयार होना चाहिए की जिससे पुलिस आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई कर सके.
बुधवार को शहर पहुंची नीरा रावत ने नगर निगम के स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम कार्यालय में पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी. उन्होंने वहां मौजूद अफसरों से कहा, कि अब सेफ सिटी योजना को स्मार्ट सिटी योजना से जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि कानपुर नगर में आइसीसीसी. परियोजना में आइटीएमएस. व शहर में ट्रैफिक सिग्नलों के संचालन को इन्टीग्रेट किया जाए. ताकि ट्रैफिक के एलर्ट दिखाई दे. जिन स्थानों पर समय से कूड़ा नहीं उठता है. वहां भी कार्रवाई की जा सके. अपर महानिदेशक ने यह भी कहा, कि आइसीसीसी परियोजना से 112 सर्विस को भी जोड़ें जिससे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं पर पीड़ितों को तुरंत मदद मिल सके. बैठक में डीसीपी ट्रैफिक सलमान ताज पाटिल, आरएम रोडवेज लव कुमार सिंह, मैनेजर स्मार्ट सिटी राहुल सब्बरवाल समेत कई अन्य अफसर मौजूद रहे.
मीटिंग के दौरान अपर महानिदेशक नीरा रावत ने अफसरों से कहा कि शहर में अब 1000 कैमरे सर्विलांस के लिए और लगाए जाएंगे. इसके लिए किन-किन सॉफ्टवेयरों, तकनीकी सुविधाओं व हार्डवेयरों की जरूरत होगी. इसका ब्योरा अभी बनाकर दीजिए. इसके साथ ही उनका ऑपरेशन व मेंटीनेंस कैसे कराया जा सकता है. ताकि शासन से जल्द से जल्द इन कैमरों की स्वीकृति कराकर इन्हें शहर में लगवाया जाए.
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