कानपुरः जनपद में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए इस बार पैकियों की तंजीमों के खलीफा ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष मोहर्रम का जुलूस नहीं निकाला जाएगा. खलीफा का कहना है कि बीती 3 जून को हुए उपद्रव के बाद शहर का माहौल अभी तक ठीक नहीं है. ऐसे में मोहर्रम का जुलूस निकालना सही नहीं होगा.
बता दें कि शुक्रवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी के साथ एक बैठक में दोनों खलीफा की ओर से कहा गया कि शहर के माहौल को देखते हुए इस वर्ष जुलूस नहीं निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि इस शहर में अमन चैन कायम रहे. संयुक्त पुलिस आयुक्त बताया कि शहर के माहौल को देखते हुए दोनों खलीफा इस बात के लिए सहमत हैं कि इस वर्ष मोहर्रम का जुलूस न निकाला जाए. इनका यह फैसला शहर के अमन और चैन के लिए है. उनकी धार्मिक सद्भाव भरी इस पहल का सभी को स्वागत करना चाहिए.
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वही तंजीम अल पैक कासिद ए हुसैन के खलीफा अच्छे मियां ने लोगों से अपील कहा है कि कोई भी व्यक्ति न तो कमर बांधे, न ही जुलूस निकालने की तैयारी करें. सभी लोग अपने घरों में नजर दिलाएं. शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें. वहीं दूसरे खलीफा शकील अहमद खान का कहना है जुलूस न निकालने के फैसले से प्रशासन को अवगत करा दिया गया है. ये फैसला शहर के माहौल को देखते हुए कहा कि इस तरह का कोई कार्य न करें जिससे शांति व्यवस्था पर असर पड़े. बता दें कि इस बार मोहर्रम का पर्व अगस्त में पड़ेगा.
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