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IIT कानपुर और भारतीय रेलवे के बीच साइन हुआ MoU - kanpur news

आईआईटी कानपुर और रेलवे के बीच हुआ MoU साइन हुआ है. इससे अनुसंधान केंद्र स्थापित करने में मदद मिलेगी.

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IIT कानपुर
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Published : Sep 24, 2020, 7:30 PM IST

कानपुर: भारतीय रेलवे ने अनुसंधान केंद्र स्थापित करने और रेलवे के लिए अनुसंधान और विकास में तेजी लाने के लिए आईआईटी कानपुर के साथ अपने समझौते को विस्तार प्रदान किया है. भारतीय रेलवे ने आईआईटी कानपुर के सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (सीआरआर) के माध्यम से अपनी वैज्ञानिक संपत्तियों के कुशल उपयोग और रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए ज्ञापन का विस्तार किया है.

प्रो.अभय करंदीकर ने इलेक्ट्रॉनिक्स, सेंसर नेटवर्क, IoT, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा के क्षेत्रों में अत्याधुनिक तकनीकों के विकास के लिए भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण को लेकर इस सहयोग के महत्व पर बात की. उन्होंने भारतीय रेलवे के लिए आईआईटी कानपुर में किए जा रहे संबंधित अनुसंधान और विकास गतिविधियों पर भी चर्चा की.


यह समझौता इलेक्ट्रिकल लोकोमोटिव, प्रेरक शक्ति, लोकोमोटिव नियंत्रण और संचार प्रणाली, ट्रैक्शन इंस्टॉलेशन, कंडीशन बेस्ड मॉनिटरिंग, सिग्नल प्रोसेसिंग का उपयोग करके ट्रेन और ट्रैक सुरक्षा, ट्रेन स्तर सेंसर नेटवर्क और इन्टरनेट ऑफ थिंग्स, विद्युत सुरक्षा, नेटवर्क नियंत्रण के क्षेत्र में अनुसंधान की सुविधा प्रदान करेगा. वर्तमान में सीआरआर की अपनी प्रशासनिक इकाई है जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में स्थित है.

आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (CRR) को लोको रिसर्च एंड प्रोपल्शन टेक्नोलॉजीज, ट्रैक्शन इंस्टॉलेशन/OHE और संबंधित इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापक अनुसंधान डोमेन के साथ सौंपा गया है.

इस अवसर पर प्रधान कार्यकारी निदेशक (टीएंडएमपीपी) अलका अरोरा मिश्रा के अलावा कानपुर आईआईटी में आरएंडडी के डीन प्रोफेसर एआर हरीश और रेल मंत्रालय के बीच एमओयू पर साइन हुआ. इस दौरान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ विनोद कुमार यादव मौजूद रहे. भारतीय रेलवे का लक्ष्य आईआईटी जैसे राष्ट्रीय शिक्षण संस्थानों के समर्थन से स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास के माध्यम से प्रौद्योगिकी के आयात को पूरक बनाना है.

आईआईटी कानपुर के बारे में
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रमुख संस्थानों में से एक है. संस्थान का उद्देश्य उच्चतम स्तर का मूल अनुसंधान करने और तकनीकी नवाचार में नेतृत्व प्रदान करने के लिए सार्थक शिक्षा प्रदान करना है.आईआईटी कानपुर के शोधकर्ता अपने क्षेत्र में अक्सर उच्च स्तरीय शोध करते हैं. आईआईटी कानपुर द्वारा किए गए अनुसंधान परियोजनाओं की विविधता संस्थान में अनुसंधान के मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड का एक उपाय है. आईआईटी कानपुर की अनुसंधान क्षमताओं का लाभ उठाते हुए अनुसंधान संगठनों को निर्णायक बढ़त मिल सकती है. आईआईटी कानपुर की क्लाइंट सूची में दुनिया भर की अग्रणी कंपनियां शामिल हैं.

कानपुर: भारतीय रेलवे ने अनुसंधान केंद्र स्थापित करने और रेलवे के लिए अनुसंधान और विकास में तेजी लाने के लिए आईआईटी कानपुर के साथ अपने समझौते को विस्तार प्रदान किया है. भारतीय रेलवे ने आईआईटी कानपुर के सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (सीआरआर) के माध्यम से अपनी वैज्ञानिक संपत्तियों के कुशल उपयोग और रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए ज्ञापन का विस्तार किया है.

प्रो.अभय करंदीकर ने इलेक्ट्रॉनिक्स, सेंसर नेटवर्क, IoT, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा के क्षेत्रों में अत्याधुनिक तकनीकों के विकास के लिए भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण को लेकर इस सहयोग के महत्व पर बात की. उन्होंने भारतीय रेलवे के लिए आईआईटी कानपुर में किए जा रहे संबंधित अनुसंधान और विकास गतिविधियों पर भी चर्चा की.


यह समझौता इलेक्ट्रिकल लोकोमोटिव, प्रेरक शक्ति, लोकोमोटिव नियंत्रण और संचार प्रणाली, ट्रैक्शन इंस्टॉलेशन, कंडीशन बेस्ड मॉनिटरिंग, सिग्नल प्रोसेसिंग का उपयोग करके ट्रेन और ट्रैक सुरक्षा, ट्रेन स्तर सेंसर नेटवर्क और इन्टरनेट ऑफ थिंग्स, विद्युत सुरक्षा, नेटवर्क नियंत्रण के क्षेत्र में अनुसंधान की सुविधा प्रदान करेगा. वर्तमान में सीआरआर की अपनी प्रशासनिक इकाई है जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में स्थित है.

आईआईटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (CRR) को लोको रिसर्च एंड प्रोपल्शन टेक्नोलॉजीज, ट्रैक्शन इंस्टॉलेशन/OHE और संबंधित इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापक अनुसंधान डोमेन के साथ सौंपा गया है.

इस अवसर पर प्रधान कार्यकारी निदेशक (टीएंडएमपीपी) अलका अरोरा मिश्रा के अलावा कानपुर आईआईटी में आरएंडडी के डीन प्रोफेसर एआर हरीश और रेल मंत्रालय के बीच एमओयू पर साइन हुआ. इस दौरान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ विनोद कुमार यादव मौजूद रहे. भारतीय रेलवे का लक्ष्य आईआईटी जैसे राष्ट्रीय शिक्षण संस्थानों के समर्थन से स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास के माध्यम से प्रौद्योगिकी के आयात को पूरक बनाना है.

आईआईटी कानपुर के बारे में
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रमुख संस्थानों में से एक है. संस्थान का उद्देश्य उच्चतम स्तर का मूल अनुसंधान करने और तकनीकी नवाचार में नेतृत्व प्रदान करने के लिए सार्थक शिक्षा प्रदान करना है.आईआईटी कानपुर के शोधकर्ता अपने क्षेत्र में अक्सर उच्च स्तरीय शोध करते हैं. आईआईटी कानपुर द्वारा किए गए अनुसंधान परियोजनाओं की विविधता संस्थान में अनुसंधान के मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड का एक उपाय है. आईआईटी कानपुर की अनुसंधान क्षमताओं का लाभ उठाते हुए अनुसंधान संगठनों को निर्णायक बढ़त मिल सकती है. आईआईटी कानपुर की क्लाइंट सूची में दुनिया भर की अग्रणी कंपनियां शामिल हैं.

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