कानपुर: शहर में शुक्रवार सुबह से भाजपा के गलियारे में यह चर्चा जोरों पर थी कि आखिर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना समय से विकास कार्यों की बैठक करेंगे या नहीं. दरअसल, 2 दिनों पहले शहर व कानपुर देहात के सांसदों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा की जाने वाली बैठक का खुला विरोध कर दिया था, लेकिन अपनी तेज तर्रार व सटीक कार्यशैली की पहचान रखने वाले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ठीक 11 बजे समय से मंडलायुक्त कार्यालय में विकास कार्यों को लेकर बैठक की. जहां रिंग रोड के मुद्दे से शुरू हुई इस बैठक में पीने के पानी, बिजली, सड़क सुधार समेत शहर के विकास को लेकर कई अन्य बिंदुओं पर विधानसभा अध्यक्ष ने मंडलायुक्त, पुलिस आयुक्त, डीएम समेत अन्य अफसरों से सीधा संवाद किया.
सतीश महाना ने अफसरों से कहा, शहर की तस्वीर बदल दीजिए. जहां दिक्कत आए, वहां मुझे बताइए. बैठक में महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक नीलिमा कटियार, सुरेंद्र मैथानी, अभिजीत सिंह सांगा, कमिश्नर डा.राजशेखर, पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड, डीएम विशाख जी समेत कई अन्य अफसर मौजूद रहे.
सांसदों ने किया किनारा, महाना बोले वो मेरा विषय नहीं: बैठक के बाद जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना बैठक कर रहे थे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल किया, कि आखिर बैठक में तीनों सांसद क्यों नहीं आए? इसके जवाब में सतीश महाना ने कहा कि वो मेरा विषय नहीं है. कानपुर का विकास कराना मेरी पहली प्राथमिकता है. अध्यक्ष बनने के बाद मैंने तीसरी बार यह विकास कार्यों से जुड़ी बैठक की. सांसदों को इशारों में जवाब देते हुए कहा, कि जब आपका ओहदा बढ़ता है तो आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है. लोगों की अपेक्षाएं अधिक हो जाती हैं। फिर, अगर आप में काम करने का माद्दा है तो खुद को साबित जरूर करिए.
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