कानपुर: योगी सरकार में जिस तरह अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन किया जा रहा है. ठीक वैसे ही इस सरकार में बड़े से बड़े माफिया जेलों के अंदर आम कैदियों की तरह बंद हैं. यह बात और है कि पिछली सरकारों में कैदियों के लिए जेलें आरामगृह समझी जाती थीं. लेकिन, इस सरकार में किसी तरह की कोई आरामतलबी नहीं मिल सकती है. लखनऊ से सभी जेलों की मानीटरिंग होती है. खुद सीएम योगी द्वारा 24 घंटे निगरानी के आदेश दिए गए हैं, जिनका गंभीरता से पालन कराया जाता है.
शुक्रवार को जिला कारागार में बने चिल्ड्रेन पार्क का शुभारंभ करने के बाद यह बातें कारागार राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहीं. वह जिला जेल में कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे. उनसे जब पूछा गया कि सूबे की जेलों में कैदियों की क्षमता के मुताबिक जगह नहीं है. सरकार इस दिशा में क्या कवायद कर रही है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकारा कि जगह नहीं है. मगर, सरकार की ओर से प्रदेश के कई शहरों में स्थान मिलते ही जेलों का विस्तार भी कराया जा रहा है. साथ ही सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हाथरस, ललितपुर समेत 10 स्थानों पर नई जेल बनाने का काम जारी है. कारागार मंत्री ने कहा कि जो जेलें सूबे में बनी हैं, वह 100-100 साल पुरानी हैं और उनके भवन उस दौर की परिस्थितियों के मुताबिक बनाए गए. हालांकि, जल्द ही बदलाव देखने को मिलेंगे. जहां नई बैरकें बनानी हैं, वहां बैरकों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है.
अब महिलाओं के साथ बच्चे खेलकूद में हिस्सा ले सकेंगे: कानपुर कारागार में पहली बार बने चिल्ड्रेन पार्क को लेकर कारागार राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि हम जेलों के अंदर का माहौल पूरी तरह से बदलना चाहते हैं. कुछ दिनों पहले ही कैदियों का मन बदलने के लिए जहां रेडियो स्टेशन की शुरुआत कराई गई थी. वहीं, अब बच्चों और महिलाओं के लिए चिल्ड्रेन पार्क बनकर तैयार कर दिया गया. इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई को लेकर भी व्यवस्थाएं शुरू कराई जाएंगी.
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