कानपुर: जिस तरह की हमारी जीवनशैली और खानपान है, उसे देखते हुए अब तो घरों में लोगों को बिस्किट से दूर रखा जाता है. क्योंकि, बाजार में मौजूद अधिकतर बिस्किट मैदा और वनस्पति घी से तैयार होते हैं, जिनके अधिक सेवन से हार्टअटैक, हाईपरटेंशन, डायबिटीज समेत अन्य बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है. चिकित्सक भी कहने लगे हैं कि बिस्किट का स्वाद भले ही चाय के साथ अच्छा लगे लेकिन, इनसे दूरी बनाए रखना ही बेहतर है.
ऐसे में कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) में पीएचडी की छात्रा सूबी ने मोटे अनाज का प्रयोग करते हुए स्वादिष्ट बिस्किट तैयार किए हैं. इनको खाने से आपकी सेहत दुरुस्त रहेगी. साथ ही हार्टअटैक, हाईपरटेंशन और डायबिटीज जैसी बीमारियां पास भी नहीं फटकेंगी. दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से इस साल मोटा अनाज वर्ष घोषित किया गया है. किसानों को जहां मोटे अनाज की अधिक से अधिक पैदावार का जिम्मा सौंपा गया है, तो वहीं बाजार में मोटे अनाज से तैयार उत्पादों को वरीयता मिले इसके लिए सरकार अपने स्तर से कवायद कर रही है.
गुड़ व खजूर से मिली मिठास: शोध कार्य में पीएचडी छात्रा सूबी की मदद करने वाली सीएसए के फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रोफेसर विनीता सिंह ने बताया कि मोटे अनाजों के मिश्रण से जहां बिस्किट का रॉ मैटेरियल तैयार किया गया, वहीं, उसमें मिठास के लिए गुड़ व खजूर का उपयोग किया गया. गुड़ व खजूर से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. जबकि रिफाइंड ऑयल बहुत अधिक घातक है. भविष्य में हम मोटे अनाजों का उपयोग कर टॉफी, चॉकलेट समेत अन्य उत्पाद तैयार करेंगे ताकि, लोग इसका जमकर स्वाद ले सकें और खाने के बाद उन्हें किसी तरह का तनाव न हो. मोटे अनाज वाले बिस्किट तो हमारे शरीर को धीरे-धीरे ऊर्जा देंगे, इससे अच्छा तो कुछ और हो ही नहीं सकता.
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