कानपुर: महराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट पेशी पर आए सपा विधायक इरफान सोलंकी के चेहरे पर सोमवार को मुस्कुराहट थी. ऐसी मुस्कुराहट पहले किसी भी पेशी पर नहीं देखी गई. पुलिस वाहनों के बीच जैसे ही विधायक इरफान सोलंकी कोर्ट के बाहर उतरे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल किया? आपको क्या कहना है? इतना सुनते ही सपा विधायक ने आसमान की ओर इशारा किया और अपने हाथ उठाकर कहा कि ऊपर वाला मेरे साथ है. मेरे साथ इंसाफ होगा. वहीं, वापसी के समय उन्होंने बिना कुछ बोले ही पुलिस वाहन के साथ रवाना हो गए. लेकिन जब तक वह कोर्ट परिसर में मौजूद रहे. तब तक कोर्ट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. इस दौरान सुरक्षा को देखते हुए किसी भी बाहरी व्यक्ति को कोर्ट में प्रवेश नहीं करने दिया गया.
सपा विधायक इरफान सोलंकी के अधिवक्ता के.अहमद ने बताया कि सोलंकी को पहले एडीजे-11 कोर्ट में आगजनी के मामले में सुनवाई के दौरान पेश किया गया. हालांकि 14 गवाहों के बाद सोमवार को 15वें गवाह की पेशी थी. लेकिन गवाह के कोर्ट न आने से सुनवाई नहीं हो सकी. वहीं, एसीएमएम-3 कोर्ट में बांग्लादेशी नागरिक को लेटर हेड दिए जाने और 5 साल पहले एक प्लाट पर कब्जे की शिकायत को लेकर सुनवाई थी, लेकिन इसकी भी सुनवाई नहीं हुई. अधिवक्ता ने बताया कि कई मजिस्ट्रेट छुट्टी पर हैं. इसलिए अहम मामलों की सुनवाई 4 जुलाई को होगी. वहीं, मंगलवार को एक मामले में सुनवाई होगी.
बता दें कि सपा विधायक इरफान सोलंकी पर जाजमऊ निवासी एक महिला ने प्लाट पर आगजनी कर कब्जे का आरोप लगाया था. इसके बाद कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सपा विधायक के खिलाफ एक-एक करके 10 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे. सपा विधायक पिछले कई माह से महाराजगंज जेल में बंद हैं. वहीं, उनके भाई रिजवान सोलंकी को पुलिस ने कानपुर जेल में बंद हैं.
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