ETV Bharat / state

कानपुर के नन्हे वैज्ञानिक ने बनाई ई-साइकिल

author img

By

Published : Feb 28, 2020, 3:40 PM IST

कानपुर के जय नारायण इंटर कॉलेज के दसवीं के छात्र गौरव कटियार ने ई-साइकिल बनाई है. इस साइकिल को एन्टीथेफ्ट और जीपीएस सिस्टम से युक्त किया गया है. इस साइकिल को एक बार फुल चार्ज करने पर 50 किलो मीटर तक जाया जा सकता है.

कानपुर के नन्हे वैज्ञानिक ने बनाई ई-साइकिल
कानपुर के नन्हे वैज्ञानिक ने बनाई ई-साइकिल

कानपुरः प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, मेहनत और लगन से हर मंजिल को पाया जा सकता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है जय नारायण इंटर कॉलेज के 10वीं के छात्र गौरव कटियार ने. गौरव ने अपनी मेहनत से ई-साइकिल बनाई है. वाईफाई की मदद से इसको मोबाइल से कनेक्ट किया जा सकता है. मोबाइल से इसको चालू और बंद भी कर सकते हैं. इसमें हैंडल की जगह एक्सीलेटर और पीछे मोटर लगी है. गौरव ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए उन्होंने सामान्य साइकिल को ई-साइकिल में बदला है. बाहर मिलने वाली साइकिल काफी महंगी है. उसका एवरेज भी कम होता है. वहीं ये ई-साइकिल आधी कीमत पर ज्यादा एवरेज देती है.

कानपुर के नन्हे वैज्ञानिक ने बनाई ई-साइकिल

पढ़ें- अमित शाह की अध्यक्षता में हो रही पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक

ई-साइकिल में यह है खास

ई-साइकिल में एलॉय व्हील और पैडल बूस्ट दिया गया है. इसके साथ ही स्मार्ट कनेक्टीविटी रहेगी. साइकिल एन्टीथेफ्ट और जीपीएस सिस्टम से युक्त है. इससे साइकिल पर आसानी से नजर रखी जा सकती है. साइकिल चलाने के बाद कितनी कैलोरी बर्न हुई इसकी जानकारी भी मिल सकेगी. ई-साइकिल के साथ लोकेशन आदि का पता चल जाएगा. साइकिल में बी-1 एवं बी-2 बैट्री का उपयोग किया गया है.

पर्यावरण संरक्षण पर है जोर

इस साइकिल को पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से तैयार किया गया है. इसके चलाने पर कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा. साइकिल में लीथियम बैट्री का प्रयोग किया गया है. इसके साथ ही 250 वॉट की मोटर दी गई है. मोटर से साइकिल अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी.

कानपुरः प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, मेहनत और लगन से हर मंजिल को पाया जा सकता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है जय नारायण इंटर कॉलेज के 10वीं के छात्र गौरव कटियार ने. गौरव ने अपनी मेहनत से ई-साइकिल बनाई है. वाईफाई की मदद से इसको मोबाइल से कनेक्ट किया जा सकता है. मोबाइल से इसको चालू और बंद भी कर सकते हैं. इसमें हैंडल की जगह एक्सीलेटर और पीछे मोटर लगी है. गौरव ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए उन्होंने सामान्य साइकिल को ई-साइकिल में बदला है. बाहर मिलने वाली साइकिल काफी महंगी है. उसका एवरेज भी कम होता है. वहीं ये ई-साइकिल आधी कीमत पर ज्यादा एवरेज देती है.

कानपुर के नन्हे वैज्ञानिक ने बनाई ई-साइकिल

पढ़ें- अमित शाह की अध्यक्षता में हो रही पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक

ई-साइकिल में यह है खास

ई-साइकिल में एलॉय व्हील और पैडल बूस्ट दिया गया है. इसके साथ ही स्मार्ट कनेक्टीविटी रहेगी. साइकिल एन्टीथेफ्ट और जीपीएस सिस्टम से युक्त है. इससे साइकिल पर आसानी से नजर रखी जा सकती है. साइकिल चलाने के बाद कितनी कैलोरी बर्न हुई इसकी जानकारी भी मिल सकेगी. ई-साइकिल के साथ लोकेशन आदि का पता चल जाएगा. साइकिल में बी-1 एवं बी-2 बैट्री का उपयोग किया गया है.

पर्यावरण संरक्षण पर है जोर

इस साइकिल को पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से तैयार किया गया है. इसके चलाने पर कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा. साइकिल में लीथियम बैट्री का प्रयोग किया गया है. इसके साथ ही 250 वॉट की मोटर दी गई है. मोटर से साइकिल अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.