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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पत्र, यूपीसीए के पदाधिकारियों में खलबली

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें उन्होंने कहा कि जो भ्रामक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, वह झूठा है.

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन
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Published : Apr 6, 2023, 9:00 AM IST

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव की प्रेस कॉन्फ्रेंस

कानपुर: उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन हमेशा अपने पदाधिकारियों की वजह से चर्चा में रहता है. एक बार फिर यूपीसीए और बीसीसीआई के कुछ प्रमुख पदाधिकारियों को लेकर एक भ्रामक पत्र सोशल मीडिया पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा प्रेषित किया जा रहा है. इसके संबंध में बुधवार को कमला क्लब में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया.

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर एक भ्रामक पत्र वायरल किया जा रहा है, जोकि बिल्कुल झूठा है. उसमें जो मेरे हस्ताक्षर हैं, वह बिल्कुल फर्जी हैं. उसी संदर्भ में फजलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस द्वारा मामले को लेकर जांच की जा रही है. अब ऐसे लोगों को पकड़ने का काम पुलिस का है.

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव अरविंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पहले और आज के जमाने में काफी फर्क है. कानपुर में अभी काफी दिक्कतें हैं, जिन्हें ठीक करने की जरूरत है. पहली चीज तो कि कानपुर शहर में एक भी फाइव स्टार होटल नहीं है. सिर्फ एक मात्र लैंडमार्क है. इसकी वजह से भी कहीं न कहीं क्रिकेट की मेजबानी नहीं हो पाती है. क्योंकि, यहां पर लोगों के ठहरने की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसका भी कहीं न कहीं प्रभाव देखने को मिलता है. दूसरी चीज यहां पर एयर कनेक्टिविटी की भी बहुत बड़ी दिक्कत है, जिसकी वजह से सिक्योरिटी प्रॉब्लम होती है. इन सबके अलावा और कई अन्य कारण भी हैं, जिनकी वजह से भी कानपुर में मैचों को लेकर काफी दिक्कत आ रही है.

2016 में ग्रीनपार्क कर चुका है क्रिकेट की मेजबानी

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव रविंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि 2016 और आज के समय में काफी अंतर है. उन्होंने कहा कि एक समय था, जब कानपुर में सिर्फ एक मेघदूत होटल था. उसी में सब अच्छे से हो जाता था. लेकिन, आज के दौर में बीसीसीआई की इतनी गाइडलाइंस हैं कि जब तक शहर में 2 से 3 फाइव स्टार होटल नहीं होते हैं, तब तक कानपुर शहर में मैच होना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने क्रिकेट टेस्ट मैच कराने की व्यवस्था की थी, उस वक्त भी काफी दिक्कतें आई थीं. ग्राउंड मैन और फोटोग्राफर के ठहरने की व्यवस्था उन्नाव व लखनऊ के होटलों में करनी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि फिर भी प्रयास कर रहे हैं. क्योंकि, कानपुर में लाखों क्रिकेट प्रेमी हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें भी कानपुर से काफी प्यार है और हम भी यही चाहते हैं कि कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम को जल्द से जल्द मैच मिले, ताकी यहां के जो लाखों क्रिकेट प्रेमी हैं, वह उसका आनंद ले सकें.

यह भी पढ़ें: कानपुर में अचानक रोने लगे बजरंगबली, वीडियो वायरल होने पर पहुंची पुलिस

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव की प्रेस कॉन्फ्रेंस

कानपुर: उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन हमेशा अपने पदाधिकारियों की वजह से चर्चा में रहता है. एक बार फिर यूपीसीए और बीसीसीआई के कुछ प्रमुख पदाधिकारियों को लेकर एक भ्रामक पत्र सोशल मीडिया पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा प्रेषित किया जा रहा है. इसके संबंध में बुधवार को कमला क्लब में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया.

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर एक भ्रामक पत्र वायरल किया जा रहा है, जोकि बिल्कुल झूठा है. उसमें जो मेरे हस्ताक्षर हैं, वह बिल्कुल फर्जी हैं. उसी संदर्भ में फजलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस द्वारा मामले को लेकर जांच की जा रही है. अब ऐसे लोगों को पकड़ने का काम पुलिस का है.

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव अरविंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पहले और आज के जमाने में काफी फर्क है. कानपुर में अभी काफी दिक्कतें हैं, जिन्हें ठीक करने की जरूरत है. पहली चीज तो कि कानपुर शहर में एक भी फाइव स्टार होटल नहीं है. सिर्फ एक मात्र लैंडमार्क है. इसकी वजह से भी कहीं न कहीं क्रिकेट की मेजबानी नहीं हो पाती है. क्योंकि, यहां पर लोगों के ठहरने की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसका भी कहीं न कहीं प्रभाव देखने को मिलता है. दूसरी चीज यहां पर एयर कनेक्टिविटी की भी बहुत बड़ी दिक्कत है, जिसकी वजह से सिक्योरिटी प्रॉब्लम होती है. इन सबके अलावा और कई अन्य कारण भी हैं, जिनकी वजह से भी कानपुर में मैचों को लेकर काफी दिक्कत आ रही है.

2016 में ग्रीनपार्क कर चुका है क्रिकेट की मेजबानी

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव रविंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि 2016 और आज के समय में काफी अंतर है. उन्होंने कहा कि एक समय था, जब कानपुर में सिर्फ एक मेघदूत होटल था. उसी में सब अच्छे से हो जाता था. लेकिन, आज के दौर में बीसीसीआई की इतनी गाइडलाइंस हैं कि जब तक शहर में 2 से 3 फाइव स्टार होटल नहीं होते हैं, तब तक कानपुर शहर में मैच होना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने क्रिकेट टेस्ट मैच कराने की व्यवस्था की थी, उस वक्त भी काफी दिक्कतें आई थीं. ग्राउंड मैन और फोटोग्राफर के ठहरने की व्यवस्था उन्नाव व लखनऊ के होटलों में करनी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि फिर भी प्रयास कर रहे हैं. क्योंकि, कानपुर में लाखों क्रिकेट प्रेमी हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें भी कानपुर से काफी प्यार है और हम भी यही चाहते हैं कि कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम को जल्द से जल्द मैच मिले, ताकी यहां के जो लाखों क्रिकेट प्रेमी हैं, वह उसका आनंद ले सकें.

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