कानपुर: शहर के बांसमंडी के हमराज मार्केट में लगी आग को लेकर नया खुलासा हुआ है. केस्को का दावा है कि आग शार्ट-सर्किट से नहीं लगी थी. जबकि व्यापारियों का कहना है कि आग शार्ट-सर्किट से ही लगी थी. दरअसल, बांसमंडी के हमराज मार्केट में गुरुवार की देर रात भीषण आग लगी गई थी. इस आग को बुझाने के लिए कानपुर महानगर के 15 से 16 दमकल मौके पर पहुंचे थे. आग की चपेट में आने से हमराज कपड़ा मार्केट, एआर टॉवर, नफीस टॉवर समेत अन्य भवनों की सैकड़ों दुकानें जलकर खाक हो गई. इस आग की दुर्घटना में व्यापारी ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात कही थी.
केस्को एमडी सैमुअल पाल ने कानपुर मंडलायुक्त डॉक्टर राज शेखर को बासमंडी अग्निकांड की रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से जिक्र है कि जिस 11 केवी फीडर से हमराज मार्केट के भवनों में बिजली की सप्लाई जाती है, वह गुरुवार की देर 1 बजकर 10 मिनट से सुबह 5 बजकर 30 मिनट तक बंद थी. केस्को एमडी के मुताबिक बिजली की सप्लाई उस दिन पूरी तरह से बंद थी. इसलिए आग की दुर्घटना शार्ट सर्किट से नहीं हो सकती है. केस्को एमडी के अनुसार आग की इस घटना की जांच शुक्रवार की सुबह तक करा ली गई थी. इसलिए जब बिजली की सप्लाई नहीं थी तो आग शार्ट सर्किट से कैसे लग सकती है?
वहीं, व्यापारी नेता गुरुजिंदर सिंह ने कहा कि आग लगने की सूचना गार्डों ने रात 12 बजकर 45 मिनट पर केस्को ऑफिस में दे दी थी. उस समय बिजली की सप्लाई चालू थी. इसके साथ ही मौसम बदला हुआ था. शहर में तेज हवाएं चल रही थी. यहां बिजली के तारों के आपस में टकराने के चलते शार्ट सर्किट हुआ. इस वजह से एक-एक कर 500 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गई. व्यापारी नेता ने कहा कि केस्को ने जो रिपोर्ट तैयार की है, वह पूरी तरह से गलत है. अब एक बड़ा सवाल यह है कि आखिर हमराज मार्केट में आग कैसे लगी थी?