कानपुर: सफाई में अपनी रेटिंग को सुधारने के लिए नगर निगम अब सामाजिक संस्थाओं का सहारा लेने जा रहा है. एनजीओ के सहारे जहां लोगों को सफाई के प्रति जागरूक किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर साफ-सफाई की रेटिंग में टॉप करने के लिए नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए बकायदा एनजीओ के कर्मचारियों के साथ निगम अफसर एक-एक क्षेत्र में जाकर कूड़े का निस्तारण कैसे करें इसकी जानकारी देंगे.
स्वच्छता सर्वेक्षण में फिसड्डी कानपुर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में कानपुर को 24वीं रैंक मिली थी. इतना ही नहीं पिछले साल के सर्वेक्षण में घर-घर से कूड़ा उठाने और निस्तारण में नगर निगम कानपुर को बहुत ही कम अंक मिले थे. इसको देखते हुए पूरा फोकस कूड़ा निस्तारण पर दिया जा रहा है. जिससे 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण में महानगर की रैंकिंग सुधार कर टॉप में लाया जा सके.
कूड़ा निस्तारण पर नगर निगम का फोकस
स्वच्छता सर्वेक्षण में कानपुर की रैंकिंग सुधारने के लिए नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने खुद सामाजिक संस्थाओं की बैठक कर कमान संभाली हुई है. साथ ही सामाजिक संगठनों से स्वच्छ भारत अभियान में सहयोग करने की अपील भी की है. कूड़ा निस्तारण में फिसड्डी साबित हुआ नगर निगम इस बार कोई भी चूक नहीं करना चाहता. इसके लिए जनता को कूड़ा निस्तारण के बारे में एनजीओ के माध्यम से जानकारी दी जा रही है.
सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकने की अपील
सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकने के साथ गीला और सूखा कचरा अलग-अलग डस्टबिन में डाले जाने की भी अपील की जा रही है. जिससे कूड़े का सही से निस्तारण किया जा सके. इसके अलावा लोगों को घरों की तरह बाहर भी सफाई रखने की समझाइस दी जा रही है.