कानपुर : योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कुछ दिनों पहले जहां माध्यमिक शिक्षा निदेशक को निलंबित किया गया था, वहीं बुधवार (11 मई) को पुलिस विभाग के मुखिया कहे जाने वाले डीजीपी मुकुल गोयल को पद से हटा दिया गया है. भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने लोक निर्माण के दो अधिशासी अभियंताओं के खिलाफ कानपुर मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और लोक निर्माण निभाग के प्रमुख सचिव, लोक निर्माण मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. विधायक ने आरोप लगाया है कि दोनों अधिशासी अभियंता भ्रष्टाचार में लिप्त है. जनता लगातार इसकी शिकायत कर रही है लेकिन प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. विधायक ने दोनों अभियंता की निर्माण कराई गई सूची को भी उपलब्ध कराया है जहां भ्रष्टाचार हुआ. साथ ही दोनों की आय संपत्ति की जांच की भी मांग की है.
विधायक सुरेंद्र मैथानी ने अपने पत्र में लिखा कि लोक निर्माण विभाग कानपुर नगर के अधिशासी अभियंता एस.पी.ओझा और मुकेश चंद्र शर्मा की शिकायतें लगातार आ रहीं हैं. जनता की शिकायतों को लेकर कई बार दोनों अभियंताओं से फोन पर बात भी की गई लेकिन अभियंताओं ने बहाना बनाकर शिकायतों को टाल दिया. विधायक ने अपने पत्र में दोनों अभियंताओं के काम का ब्योरा भी दिया. साथ ही, यह भी अंकित किया कि उक्त कार्यों में जबरदस्त लापरवाही की जा रही है.
विधायक के इस पत्र की चर्चा पूरे शहर में जोरों पर है. विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि दोनों अभियंताओं के खिलाफ वे सख्त से सख्त कार्रवाई कराएंगे. इस कार्रवाई के तहत सरकार की धूमिल हुई छवी को वे ठीक करेंगे ताकि जनता का सरकार के प्रति विश्वास कायम रहें.
खूब कराई फजीहत: शहर में चाहे भाटिया तिराहे से लेकर कल्याणपुर क्रासिंग के मुख्य मार्ग तक का मामला हो या फिर जीटी रोड लोहारन भट्ठा से लेकर डबल पुलिया नहर पट्टी वाला, अधिशासी अभियंता-एसपी ओझा व मुकेश चंद्र शर्मा की कार्यशैली पर हमेशा से ही सवाल उठे है. अब देखना यह होगा कि इन दोनों के खिलाफ योगी सरकार में क्या कार्रवाई होती है.
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