कानपुर: कानपुर नगर निगम की महापौर प्रमिला पांडेय अक्सर ही अपने अंदाज को लेकर सुर्खियों में बनी रहती हैं. ऐसा ही वाक्या शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय में देखने को मिला, जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में महापौर प्रमिला पांडेय मेट्रो के अफसरों संग शहर के विकास कार्यों पर चर्चा कर रही हैं. जिसमें उनका अंदाज बेहद तल्ख नजर आ रहा है.
दरअसल, नगर निगम मुख्यालय में नौबस्ता की ओर मेट्रो संचालन निमार्ण कार्य को लेकर चर्चा हो रही थी. यहां पर पेड़ों को काटे जाने के मामले को लेकर अफसरों पर महापौर प्रमिला पांडेय भड़क उठीं. उन्होंने कहा कि आप लोग ठीक ढंग से काम नहीं करते. जनता के 50 फोन नगर निगम में आते हैं. जब पेड़ काटे गए तो रास्ते से क्यों नहीं हटाए गए?
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महापौर ने अफसरों से कहा, 'आपका विभाग और अफसर केवल इस सरकार की बदनामी करा रहे हैं.' महापौर के इतना कहते ही नगर निगम मुख्यालय माहौल गर्म हो गया. जवाब में यूपी मेट्रो के उपमुख्य अभियंता मोहित बंसल ने बताया कि जूही-नौबस्ता मार्ग पर 118 पेड़ वन विभाग के लगे थे और 21 पेड़ नगर निगम के. सभी के आकलन की रिपोर्ट संबंधित विभाग को दी गई और लाखों रुपये का भुगतान भी किया गया. इस पर महापौर ने अफसरों को फिर फटकारा और कहा, 'जब जूही पुल से नौबस्ता तक वन विभाग की भूमि नहीं थी तो किस आधार पर 20 लाख रुपये का भुगतान कर दिया?' हालांकि इस बात का अफसर कोई जवाब नहीं दे सके.
बता दें कि महापौर के इस अदांज को देखकर मुख्यालय में खामोशी छा गई. महापौर ने अफसरों से सवाल पूछते हुए कहा कि शहर में काटे गए पेड़, घाटमपुर में लगा दिए. क्यों? महापौर ने अपर नगर आयुक्त सूर्यकांत त्रिपाठी से कहा, 'एसडीओ से पूछिए जो पेड़ काटे गए थे, वह कहां रोपित किए गए?
महापौर के सवाल पर अपर नगर आयुक्त ने एसडीओ से जवाब मांगा तो एसडीओ ने बताया कि सारे पेड़ घाटमपुर में लगाए गए. ये सुनकर महापौर प्रमिला पांडेय एक बार फिर भड़क गईं और उन्होंने वन विभाग के अफसरों को डांटा. महापौर ने कहा कि कानपुर में पेड़ काटे और घाटमपुर में लगा दिए. महापौर ने डीएफओ दिव्या से कहा कि जूही से लेकर नौबस्ता तक के घरों के बाहर से कटे हुए पेड़ हटवाएं और जो काम एसडीओ ने किया है, उसकी जांच कराएं.
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