कानपुर: शहर के चमड़ा उत्पादों ने गुजरते वक्त के साथ कई देशों में अपनी खास जगह बना ली है. शहर का कुल निर्यात कारोबार सालाना साढ़े नौ हजार करोड़ रुपये के आसपास है. इसमें केवल चमड़े का सालाना निर्यात 7 से 8 हजार करोड़ रुपये का है. अब दुबई से शहर के चमड़ा कारोबारियों के लिए अच्छी खबर आई है. कुछ दिनों पहले दुबई में हुए एपीएलएफ फेयर 2023 में कारोबारियों को शहर में तैयार चमड़े के बैग, जूते और बेल्ट भा गए. इसके बाद से कारोबारियों ने कारोबार को विस्तार देना शुरू कर दिया है. फेयर में हिस्सा लेने गए कई उद्यमियों को तो मौके पर ही आर्डर मिल गए थे. इससे उद्यमी बेहद खुश हैं और वह मान रहे हैं कि अब जापान, तुर्की, ब्राजील, कनाडा समेत अन्य देशों के साथ ही उनके उत्पाद दुबई के बाजार में भी दिखने लगेंगे.
यूपी से हुआ 17 हजार करोड़ का कारोबार: इस पूरे मामले पर फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि साल 2022-23 में यूपी से दुबई का निर्यात कारोबार (सालाना) 17 हजार करोड़ रुपये के आसपास रहा. उन्होंने कहा कि दुबई गल्फ कार्पोरेशन काउंसिल के तहत आने वाले देशों बहरीन, ओमान, कतर समेत अन्य देशों का भी अच्छा बाजार है. जो विदेशी व्यापारी आते हैं, उन्हें दुबई के बाजार में सभी तरह के उत्पादों को खरीदने का मौका मिलता है. इसलिए, अगर कानपुर के उद्यमियों के उत्पाद वहां पहुंचेंगे तो निश्चित तौर पर कई अन्य देशों के खरीददार उन उत्पादों की खरीदारी कर सकेंगे और शहर के चमड़े के उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा.
चमड़ा कारोबारी प्रेरणा वर्मा ने बताया कि वो एपीएलएफ 2023 में गई थीं. वैसे तो हर साल यह हांगकांग में होता था, लेकिन इस साल इसका आयोजन दुबई में हुआ. मौके पर ही दुबई के कारोबारियों ने उत्पादों को देखकर ऑर्डर देने शुरू कर दिया. यह काफी खुशी की बात है. वही, काउंसिल फार लेदर एक्सपोर्ट (सीएलई) के पूर्व चेयरमैन मुख्तारुल अमीन ने कहा कि कुछ समय पहले ही सरकार ने दुबई में एक्सपोर्ट ड्यूटी (5 प्रतिशत) को हटा दिया है. इससे निर्यातकों को बहुत फायदा होगा. दुबई, चमड़ा उत्पादों की बिक्री के लिए अच्छा बाजार है.
ये भी पढ़ेंः आगरा में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, अभिभावक मजबूर और हाथ पर हाथ धरे बैठे शिक्षा विभाग के अधिकारी