कानपुर : दूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियों की खबरें अक्सर चर्चा में रहतीं हैं. ऐसी स्थिति में यह जानना जरूरी है कि हम जिस पानी को पी रहे हैं, वह शुद्ध है कि नहीं. अब पानी के शुद्धता की जांच घर पर बैठकर की जा सकती है. कानपुर IIT के अर्थ साइंस विभाग के प्रोफेसर इंद्रसेन ने एक ऐसी ही किट बनाई है.
यह किट घर बैठे पानी की शुद्धता की जांच करने में मदद करेगी. प्रोफेसर इंद्रसेन ने पानी की शुद्धता को जांचने वाली इस किट को ई-कोलाए टेस्टिंग किट नाम दिया है. ई-कोलाए टेस्टिंग किट पानी में मौजूद बैक्टीरिया की पहचान करेगी.
पानी का बदला हुआ रंग बताएगा बैक्टीरिया की उपस्थिति : प्रो.इंद्रसेन ने बताया कि ई-कोलाए एक तरह का बैक्टीरिया होता है. यह ह्यूमन वेस्ट, कैटल वेस्ट समेत अन्य गंदगी से पनपते हैं. पानी की जो पाइप लाइनें बिछी होती हैं, उनमें यह बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. पानी की पाइप लाइन में मौजूद ये बैक्टीरिया घरों, कार्यालयों के पानी में पहुंच जाते हैं. प्रो.इंद्रसेन ने बताया कि ई-कोलाए टेस्टिंग किट में पाउडर के रूप में मैटीरियल उपलब्ध रहता है. इसे जब हम पानी में मिलाते हैं, तो पानी का रंग बदल जाता है. किट के मैटीरियल को पानी में मिलाने पर यदि पानी का रंग भूरा हो जाता है तो इसका मतलब पानी में बैक्टीरिया हैं. अगर पानी का रंग नहीं बदलता तो इसका मतलब पानी में बैक्टीरिया नहीं हैं.
अधिकतम मूल्य 199 रुपये, पेटेंट भी हुआ फाइल : प्रो. इंद्रसेन ने बताया कि बाजार में यह डिवाइस पद्माबायो के नाम से उपलब्ध है. इसे आइआइटी की इंक्यूबेटेड कंपनी अर्थफेस ने बाजार में उतारा है. यह डिवाइस मार्केट में 199 रुपये की MRP रेट पर उपलब्ध है. आम आदमी को यह किट MRP से भी कम कीमत पर मिल सकेगी. इस डिवाइस का पेटेंट भी फाइल किया जा चुका है. केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट के तहत सरकार के निर्देश पर ही IIT कानपुर ने इस डिवाइस को तैयार किया है.
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