कानपुर: उत्तर प्रदेश में सरकार भले ही भ्रष्टाचार को खत्म करने का लाख दावा कर रही है कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म हो चुका है. लेकिन कुछ ऐसे अफसर हैं जो अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे हैं और लगातार सरकार की छवि को धूमिल करने में लगे हुए हैं. ऐसा ही एक मामला कानपुर जनपद की नरवल तहसील से भी सामने आया है.
जहां तहसील में तैनात एक लेखपाल द्वारा किसान से पैमाइश के नाम 10 हजार रुपए मांगे जा रहे हैं. इसका ऑडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए डीएम विशाख जी अय्यर ने अधीनस्थ अफसरों को जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि, ईटीवी भारत इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.
10 हजार रुपए पहुंचा देना काम हो जाएगा: वायरल ऑडियो में भी साफ-तौर पर सुना जा सकता है कि किस तरीके से लेखपाल किसान से कह रहा है कि तुम्हारी दिक्कत क्या है, जब बोल दिया है कि शुक्ला के पास 10 हजार रुपए पहुंचा दो सुबह तुम्हारा काम हो जाएगा. इस बीच किसान भी लेखपाल से कहता है कि ठीक है मैं पैसे पहुंचा दूंगा, लेकिन सुबह मेरी जमीन की पैमाइश करवा दीजिएगा.
रिकॉर्डिंग करके मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगेः लेखपाल किसान से यह भी कहते हुए सुनाई दे रहा है कि तुम मेरी रिकॉर्डिंग करके कुछ नहीं कर पाओगे. ज्यादा से ज्यादा तुम सिर्फ मेरा ट्रांसफर करा पाओगे. इसके अलावा मेरा कुछ नहीं होगा और ना ही मेरी सेहत पर कोई फर्क पड़ेगा. मुझे लेखपाल से चपरासी नहीं बना दिया जाएगा. लेखपाल द्वारा किसान से बेखौफ तरीके से की गई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल हो रहा है.
डीएम ने दिए जांच के आदेशः इस पूरे मामले में डीएम विशाख जी अय्यर ने बताया कि वायरल ऑडियो का प्रकरण संज्ञान में आया है, जिसको लेकर उन्होंने अधीनस्थ अफसरों को जांच के आदेश दिए हैं. जांच के दौरान जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे या जिन लोगों के नाम सामने आएंगे उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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