कानपुर : कानपुर में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बावजूद पुलिस की कार्यप्रणाली और रवैये में सुधार नहीं है. तमाम ऐसे मामले हैं जिनमें त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन पुलिस की सुस्त कार्यप्रणाली देखने को मिल रही है. ऐसे में फरियादी खासा परेशान हैं. ताजा मामला महाराजपुर थाना क्षेत्र स्थित पुरवामीर गांव का है.
यहां दो सगी बहनें 28 जून से लापता हैं. पुलिस कार्रवाई की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है. पीड़ित माता-पिता संबंधित थाने से लेकर एसपी आउटर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें कार्रवाई के नाम पर महज आश्वासन और पुलिस की बदसलूकी का सामना करना पड़ रहा है.
पड़ोसियों पर लगा किशोरियों को गायब करने का आरोप
दरअसल, महाराजपुर थाना क्षेत्र के पुरवामीर चौकी स्थित पुरवा गांव निवासी नन्हू सिंह की दो नाबालिग बेटियां 28 जून की रात से लापता हैं. दोनों की उम्र क्रमश: 15 और 17 वर्ष है. पिता की दलील है कि उनकी बेटियां गायब होने से पूर्व पड़ोसी के घर गईं थी.
आरोप है कि सुशील और राहुल नाम के सख्स ने बहला-फुसलाकर दोनों बच्चियों को गायब कर दिया है. घटना के दिन नजदीकी चौकी और थाने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी लेकिन पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई के बजाय पीड़ित पिता को थाने से भगा देती है. पुलिस पर आरोप है कि वो पीड़ित की सुनने के बजाय आरोपियों को बचा रही है.
पुलिस के रवैये से परेशान पीड़ित परिवार
स्थानीय पुलिस के रवैये से परेशान पीड़ित परिवार ने एसपी आउटर कार्यालय पर पहुंचकर प्रकरण में जांच कर बेटियों को बरामद करने की गुहार लगायी है, लेकिन अभी तक उन्हें हर जगह से निराशा हाथ लग रही है. पुलिस अधिकारी उन्हें घर जाने की सलाह दे रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का पीड़ित परिवार से कहना है कि आप परेशान न हों आठ दिन बाद लापता किशारियों को बरामद कर लिया जाएगा. देखें तो घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है.
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किशोरियों की बरामदगी के लिए टीम गठित : सीओ आउटर
सीओ आउटर ऋषिकेश यादव के मुताबिक घटना के संबंध में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. प्रकरण की विवेचना के लिए एक टीम गठित की गई है. सर्विलांस की मदद से जल्द से जल्द दोनों बच्चियों को बरामद कर लिया जाएगा.