कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के कुलपति डॉ. विनय पाठक को अब कभी भी उनके पद से हटाया जा सकता है. विनय पाठक पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे हैं और उनके खिलाफ लखनऊ में एसटीएफ ने एफआईआर दर्ज की है. इस मामले में राजभवन सक्रिय हो गया है और राजभवन के अफसरों ने विवि के कुलसचिव डॉ.अनिल यादव से वरिष्ठ प्रोफेसरों के नाम मांग लिए हैं. सीएसजेएमयू से तीन वरिष्ठ प्रोफेसरों के नाम राजभवन को भेजे गए हैं. कहा जा रहा है कि आगामी हफ्ते में किसी नए कुलपति को सीएसजेएमयू का चार्ज मिल सकता है. वहीं, अटकलें यह भी हैं कि लखनऊ विवि के कुलपति डा.आलोक राय को कानपुुर विवि के कुलपति का चार्ज दिया जा सकता है.
आगरा विवि में जांच कर रही एसटीएफ टीम के अफसरों ने सीएसजेएमयू के चार अफसरों को जांच के घेरे में ले लिया है. चर्चा है कि उन अफसरों में रजिस्ट्रार समेत अन्य प्रशासनिक अफसर शामिल हैं. दरअसल, डॉ. विनय पाठक ने सीएसजेएमयू में कई प्रशासनिक अफसरों को मनमाने ढंग से चार्ज दिया था. अब कहा जा रहा कि एसटीएफ हर बिंदु की गंभीरता से जांच करेगी. एक या दो दिन में एसटीएफ विवि कैम्पस में डेरा डाल सकती है. वहीं, सीएसजेएमयू के 20 अफसरों व कर्मियों के शहर से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है.
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