कानपुर : दो दिनों से दंगे की आग में झुलस रहा कानपुर अब अपनी रंगत में लौटने लगा है. दंगे के बाद भड़की हिंसा ने उग्र रूप ले लिया था, जिसकी वजह से कानपुर थम गया था. किसी अनहोनी की आशंका के चलते मुस्लिम इलाकों समेत कई जगहों पर दुकानें बंद कर दी गई थी. जिला प्रशासन और पुलिस ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात कर अमन-चैन बनाए रखने की अपील की. जिसका नतीजा सोमवार को देखने को मिला. सोमवार को मुस्लिम इलाकों में जहां हिंसा भड़की थी, वहीं सोमवार को शांति का माहौल दिखा. बाजार भी 4 दिन के बाद खुले और लोग अपनी रोजमर्रा के सामान खरीदते हुए दिखाई दिए.
- परेड वह इलाका है जहां जमकर आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुईं.
- दुकानदारों का कहना है कि बाजार बंद होने से उनके कारोबार पर काफी फर्क पड़ा है.
- गरीब वर्ग के लोगों को काफी परेशानी हो रही थी,लेकिन अब दुकानें खुल गई है, जिससे लगता है कि शांति है.
- देश में शान्ति व्यवस्था बनी रहे, जिससे देश का विकास होता रहे.
सुरक्षा के मद्देनजर आरएएफ को किया गया तैनात
- कानपुर में जिस जगह से दंगा भड़का और दंगाइयों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था.
- सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर पथराव और पेट्रोल बम फेंके थे.
- दो दिनों में हुई हिंसा के बाद एतिहातन प्रमुख चौराहों पर आरएएफ और अर्ध सैनिक बल को तैनात किया गया है.
सीएए के बारे में लोगो को अवगत कराया जा रहा है. अब चारों ओर शांति बनी हुई है. बाजार खुल रहे हैं. लोग भी अब आम दिनों की तरह बाहर निकल रहे हैं.
राजकुमार अग्रवाल, एसपी पूर्वी