कानपुर: सरकार भले ही भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लाख कोशिश कर रही हो लेकिन सरकारी कर्चमारी अपने कारनामों से विभाग किरकिरी कराने से बाज नहीं आते हैं. शुक्रवार को कानपुर एंटी करप्शन विभाग की टीम ने वन विभाग स्थित कार्यालय में प्रधान सहायक रामचंद्र घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. पुलिस प्रधान सहायक के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है.
कानपुर एंटी करप्शन विभाग की टीम ने वन विभाग के प्रधान सहायक रामचंद्र को 50 हजार रुपये घूस के साथ रंगे हाथों पकड़ा है. इसके बाद मामले की सूचना नवाबगंज थाना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रधान सहायक के पास से रिश्वत वाले नोटों को बरामद कर लिया. क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि वन विभाग कार्यालय में जमकर भ्रष्टाचार होता है. आला अफसरों की सह पर अधीनस्थ व सहायक बिना घूस लिए कोई काम नहीं करते हैं. इस गिरफ्तारी के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया.
थाना प्रभारी प्रमोद पांडेय ने बताया कि कानपुर एंटी करप्शन विभाग की टीम ने वन विभाग के प्रधान सहायक रामचंद्र को 50 हजार रुपये घूस के साथ गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि प्रधान सहायक ने 10 लाख रुपये एरियर बनाने के एवज में एक व्यक्ति से एक लाख रुपये घूस मांगा था. जब आवेदक तैयार नहीं हुआ तो 50 हजार रुपये में एरियर का बिल तैयार करने के लिए प्रधान सहायक राजी हो गए थे. थाना प्रभारी ने बताया कि एंटी करप्शन विभाग टीम जब किसी को रंगे हाथों गिरफ्तार करती है तो उनसे जो नोट बरामद होते हैं. उनमें केमिकल लगा होता है. उस केमिकल को हटाने के लिए उसे पानी से धुला जाता है. इसके बाद सारी विधिक प्रक्रिया लखनऊ में पूरी की जाती है. प्रधान सहायक के घूस लेने की सूचना पर वन विभाग कर्मी कार्यालय से बाहर निकल गए़.