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अब स्पेशल स्कूल ऐप से पढ़ेंगे दिव्यांग, माइंड मैच का फीचर हर राह करेगा आसान - Tech Conclave Startup Mahakumbh

स्पेशल बच्चों के एजुकेशन के लिए कानपुर के अंनत ने उच्च तकनीक पर आधारित शिक्षण ऐप तैयार किया है. अंनत फ्रांस की कंपनी में कार्यरत हैं और उन्होंने खुद एक स्पेशल स्कूल से पढ़ाई की है.

स्पेशल स्कूल ऐप
स्पेशल स्कूल ऐप
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Published : May 3, 2023, 7:01 AM IST

कानपुर के अनंत ने स्पेशल बच्चों के लिए बनाया स्पेशल स्कूल ऐप

कानपुर: तकनीक के मौजूदा दौर में सीबीएसई, आईसीएसई जैसे बोर्ड के छात्र अपने स्मार्टफोन पर हाईटेक्नोलॉजी बेस्ड एजुकेशन ऐप को इंस्टाल करके पढ़ाई करते हैं. अब ठीक वैसा ही दिव्यांग बच्चे भी कर पढ़ाई कर पाएंगे. एक पल के लिए इस बात पर यकीन बिल्कुल नहीं होगा. मगर, यह हकीकत है. शहर के डॉ.आंबेडकर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड (एआईटीएच) के छात्र और इन दिनों फ्रांस की कंपनी में कार्यरत अनंत वैश्य ने एक ऐसा स्पेशल स्कूल ऐप तैयार किया है, जिससे पांचवीं तक के दिव्यांग एनसीईआरटी की पूरी पढ़ाई घर बैठे कर सकते हैं.

बता दें कि अनंत के इस ऐप को मिनिस्ट्री आफ एजुकेशन, वॉयस आफ स्पेशली एबेल्ड (वीओएसएपीएस), आल इंडिया काउंसिल फार रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन ने प्रमाणित कर दिया है. आमतौर पर सामान्य व्यक्ति के जीवन जीने के तरीके से कहीं अधिक चुनौतियों वाला जीवन दिव्यांगों का होता है. मगर, स्पेशल स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले अनंत ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें भी पढ़ाई के दौरान कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. बचपन से ही उन्होंने अपने जैसे बच्चों के लिए कुछ अलग करने का संकल्प लिया था.

कक्षा 1 से 5 तक के लिए एनसीईआरटी कोर्सः अनंत आज अपने बुलंद हौसलों की मदद से वह न सिर्फ खुद कामयाबी के शिखर पर पहुंच गए हैं. बल्कि अपने जैसे ही बच्चों को एक अच्छी शुरुआत देकर सामान्य बच्चों की तरह ही आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही वह उन्हें एक अच्छी शिक्षा भी दे रहे हैं. इसी वजह से ही उन्होंने इस ऐप को लॉन्च किया है. ऐप मे कक्षा 1 से 5 तक के कोर्स को एनसीईआरटी पैटर्न पर तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि उनके साथ दो अन्य लोग भी उनकी इस टीम में काम कर रहे हैं. जो बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ उन्हें अच्छा गाइडेंस भी दे रहे हैं.

कैसे काम करता है ये ऐप: अनंत का कहना है इस ऐप में कक्षा एक से पांच तक के दिव्यांग बच्चों के लिए उनकी आवश्यकता अनुसार एनसीईआरटी कोर्स को तैयार किया गया है. यह पूरा ऐप एक माइक के माध्यम से ही संचालित होता है. इसके साथ इसमें हर तरह के बच्चों के लिए जैसे, जिन्हें सुनाई नहीं देता या जिन्हें दिखाई नहीं देता. उनके लिए माइंड मैच का फीचर भी इंस्टॉल है. इसकी मदद से सब कुछ समझना काफी आसान हो जाता है. बच्चे इसमें गेम और क्विज के माध्यम से भी सीख सकते हैं. यह ऐप प्ले स्टोर पर भी मौजूद है. इसे दिव्यांग बच्चे आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं.

अनंत ने बताया कि इस ऐप को अभी वह और इंप्रूव करेंगे और जल्द ही इस में कक्षा 12 के साथ हायर स्टडीज को दिव्यांग बच्चों के लिए तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही अंनत के इस ऐप को भारत में पहला टेक कांक्लेव स्टार्टअप महाकुंभ में बेस्ट ऑडियो ऐप का खिताब भी दिया गया है, जो ऑल इंडिया काउंसिल फॉर रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन की ओर से आयोजित किया गया था. अनंत के ऐप का नाम द स्पेशल स्कूल है.

ये भी पढ़ेंः आईआरसीटीसी ने लद्दाख के लिए लांच किया हवाई यात्रा पैकेज, पर्यटक इन जगहों पर कर सकेंगे भ्रमण

कानपुर के अनंत ने स्पेशल बच्चों के लिए बनाया स्पेशल स्कूल ऐप

कानपुर: तकनीक के मौजूदा दौर में सीबीएसई, आईसीएसई जैसे बोर्ड के छात्र अपने स्मार्टफोन पर हाईटेक्नोलॉजी बेस्ड एजुकेशन ऐप को इंस्टाल करके पढ़ाई करते हैं. अब ठीक वैसा ही दिव्यांग बच्चे भी कर पढ़ाई कर पाएंगे. एक पल के लिए इस बात पर यकीन बिल्कुल नहीं होगा. मगर, यह हकीकत है. शहर के डॉ.आंबेडकर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड (एआईटीएच) के छात्र और इन दिनों फ्रांस की कंपनी में कार्यरत अनंत वैश्य ने एक ऐसा स्पेशल स्कूल ऐप तैयार किया है, जिससे पांचवीं तक के दिव्यांग एनसीईआरटी की पूरी पढ़ाई घर बैठे कर सकते हैं.

बता दें कि अनंत के इस ऐप को मिनिस्ट्री आफ एजुकेशन, वॉयस आफ स्पेशली एबेल्ड (वीओएसएपीएस), आल इंडिया काउंसिल फार रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन ने प्रमाणित कर दिया है. आमतौर पर सामान्य व्यक्ति के जीवन जीने के तरीके से कहीं अधिक चुनौतियों वाला जीवन दिव्यांगों का होता है. मगर, स्पेशल स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले अनंत ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें भी पढ़ाई के दौरान कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. बचपन से ही उन्होंने अपने जैसे बच्चों के लिए कुछ अलग करने का संकल्प लिया था.

कक्षा 1 से 5 तक के लिए एनसीईआरटी कोर्सः अनंत आज अपने बुलंद हौसलों की मदद से वह न सिर्फ खुद कामयाबी के शिखर पर पहुंच गए हैं. बल्कि अपने जैसे ही बच्चों को एक अच्छी शुरुआत देकर सामान्य बच्चों की तरह ही आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. साथ ही वह उन्हें एक अच्छी शिक्षा भी दे रहे हैं. इसी वजह से ही उन्होंने इस ऐप को लॉन्च किया है. ऐप मे कक्षा 1 से 5 तक के कोर्स को एनसीईआरटी पैटर्न पर तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि उनके साथ दो अन्य लोग भी उनकी इस टीम में काम कर रहे हैं. जो बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ उन्हें अच्छा गाइडेंस भी दे रहे हैं.

कैसे काम करता है ये ऐप: अनंत का कहना है इस ऐप में कक्षा एक से पांच तक के दिव्यांग बच्चों के लिए उनकी आवश्यकता अनुसार एनसीईआरटी कोर्स को तैयार किया गया है. यह पूरा ऐप एक माइक के माध्यम से ही संचालित होता है. इसके साथ इसमें हर तरह के बच्चों के लिए जैसे, जिन्हें सुनाई नहीं देता या जिन्हें दिखाई नहीं देता. उनके लिए माइंड मैच का फीचर भी इंस्टॉल है. इसकी मदद से सब कुछ समझना काफी आसान हो जाता है. बच्चे इसमें गेम और क्विज के माध्यम से भी सीख सकते हैं. यह ऐप प्ले स्टोर पर भी मौजूद है. इसे दिव्यांग बच्चे आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं.

अनंत ने बताया कि इस ऐप को अभी वह और इंप्रूव करेंगे और जल्द ही इस में कक्षा 12 के साथ हायर स्टडीज को दिव्यांग बच्चों के लिए तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही अंनत के इस ऐप को भारत में पहला टेक कांक्लेव स्टार्टअप महाकुंभ में बेस्ट ऑडियो ऐप का खिताब भी दिया गया है, जो ऑल इंडिया काउंसिल फॉर रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन की ओर से आयोजित किया गया था. अनंत के ऐप का नाम द स्पेशल स्कूल है.

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