कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में स्थित दीनदयाल शोध केंद्र के अंदर 10 लाख रुपये से इंडियन लैंग्वेज, कल्चर व आर्ट्स सेल बनाई जाएगी. इसी तरह अब विश्वविद्यालय में जो छात्रों के दस्तावेज सत्यापन के लिए आते हैं. अगर वह किसी सरकारी संस्था द्वारा भेजे गए हैं तो छात्रों को कोई शुल्क नहीं देना होगा. लेकिन निजी संस्था या निजी संस्थान द्वारा चयनित निजी एजेंसियों के लिए 1000 रुपये प्रति दस्तावेज जमा करने होंगे. इसी तरह दूतावास से आने वाले सत्यापन के लिए 1500 रुपये देय होगा.
विश्वविद्यालय में वित्त समिति के सदस्यों ने एनसीसी के लिए 6 लाख रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है. इसी तरह तय हुआ है कि, अब रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल में जो इंटर्न्स काम करेंगे. उन्हें 8 हजार रुपये प्रतिमाह 6 माह तक दिए जाएंगे. विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय की ओर से बेस्ट पेपर रिसर्चर अवार्ड भी दिया जाएगा. यही नहीं, अब विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहने वाले छात्रों के लिए अलग-अलग ओपीडी भी बनाई जाएगी. जिससे उन्हें समय से स्वास्थ्य लाभ मिल सके.
विश्वविद्यालय में सोमवार को एल्युमिनाई एसोसिएशन की बैठक कुलपति प्रो.विनय पाठक की अध्यक्षता में हुई. जिसमें फीटा के महामंत्री उमंग अग्रवाल को सचिव और विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉक्टर .प्रवीण कटियार को उपाध्यक्ष चुना गया. वहीं, एल्युमिनाई एसोसिएशन के सदस्यों ने तय किया कि, जल्द से जल्द अब नई कार्यकारिणी गठित की जाएगी. कुलपति ने कह कि, सीएसजेएमयू से वह सभी पुरातन छात्र जुड़ सकेंगे जो खासतौर से विदेशों में कार्यरत हैं.
विश्वविद्यालय के उप समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना डॉक्टर. प्रवीण कटियार ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में अब सेवा उद्यान बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि सूबे के किसी भी विश्वविद्यालय में बनने वाला यह पहला उद्यान होगा. जहां छात्र शांति स्तंभ में प्रार्थना कर सकेंगे. साथ ही लॉन में बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि पुरातन छात्रों का नाम उद्यान में लिखा जाएगा. जहां सभी धर्मों के कोटेशंस वाले बोर्ड लगेंगे. साथ ही एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा. जिसपर आइ लव सीएसजेएमयू का डिस्प्ले लगाया जाएगा.