कानपुरः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Kanpur) की ओर से बुधवार को नौकरीपेशा लोगों के लिए वर्चुअल लर्निंग के जरिए 4 नए कोर्स शुरू करने की घोषणा की गई है. इन कोर्सों में बिना नौकरी छोड़े कोई भी आईआईटी से डिग्री हासिल कर सकेगा. आईआईटी निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर के मुताबिक ये कोर्स पूरी तरह से वर्चुअली (आभासी) तकनीक पर आधारित होंगे. ये ई-मास्टर कोर्स कौशल बढ़ाने में काफी मददगार साबित होंगे. उन्होंने बताया कि साइबर सुरक्षा, संचार तंत्र, विद्युत क्षेत्र नियमन, अर्थशास्त्र और प्रबंधन और डेरिवेटिव बाजार और जोखिम प्रबंधन कोर्स भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से शुरू किए गए हैं.
प्रोफेसर अभय करंदीकर के अनुसार 60 क्रेडिट, 12 मॉड्यूल के साथ उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए समयसीमा एक से तीन वर्ष तक होगी. आवेदक समेंट सेल, पूर्व छात्र नेटवर्क और इन्क्यूबेशन सेल तक पहुंच भी प्रदान करेगा. कार्यक्रम के दौरान अर्जित क्रेडिट को उन्नत डिग्री हासिल करने और सीनेट की मंजूरी के अधीन चुने गए प्रतिभागी द्वारा आईआईटी कानपुर में एक उन्नत डिग्री (नियमित एमटेक या पीएचडी) में स्थानांतरित किया जा सकता है. कॉरपोरेट हाउस कर्मचारियों के लिए कार्यक्रमों को प्रायोजित भी कर सकते हैं. इच्छुक उम्मीदवार वेबसाइट https://emasters.iitk.ac.in/ पर आवेदन करें.
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प्रोफेसर अभय करंदीकर का कहना है कि आईआईटी कानपुर उच्च गुणवत्ता शिक्षा, प्रभावशाली शोध और तकनीकी नवाचारों में नेतृत्व प्रदान करने में अग्रणी संस्थान है. उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकारी शिक्षा प्रमाणन कार्यक्रम उन कामकाजी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय हैं, जो डोमेन विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं.
पात्रताः ई-मास्टर कोर्स के लिए आवेदक के पास 55% अंकों के साथ स्नातक या मास्टर डिग्री होनी चाहिए. गेट स्कोर की आवश्यकता नहीं है.
अवधि और प्रारूप: 1-3 वर्ष, कोर और वैकल्पिक मॉड्यूल से चुनने के विकल्प के साथ सुविधाजनक विकल्प.
हाइब्रिड डिलीवरी मॉडल: ऑनलाइन क्लास + 15 दिनों तक कैंपस विजिट.
शुल्क: 8 लाख रुपये या अधिक, कार्यक्रम को पूरा करने की अवधि के आधार पर.
पाठ्यक्रम शुरू होने की तिथि: 1 जनवरी 2022